SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 938
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ नमो पुरिसवरगंधहत्थीणं ५३ २०३० १९७३ जयपुर ५४ २०३१ १९७४ सवाई माधापर १. पज्य श्री हस्तीमलजी म.सा. २. श्री बड़े माघ शुक्ला पंचमी को आगरा में चंपकमनि जी लक्ष्मीचंदजी म.३. श्री छोटे लक्ष्मीचन्दजी म. की दीक्षा। भगवान महावीर का २५०० वां ४.श्री माणक मनि जी, ५. मुनि श्री चौथमलजी, निर्वाण वर्ष तप-त्याग के साथ मनाने की प्रेरणा। ६. श्री जयंत मुनि जी,७. मुनि श्री श्रीचंदजी, ८. श्री मानमुनिजी, ९. श्री हीरामुनि जी , १०. श्री शीतलमुनि जी , ११.श्री शुभमुनि जी , १२. श्री बसंत मुनि जी ठाणा-१२ १. पूज्य श्री हस्तीमलजी म.सा., २. श्री जयंत महासती श्री सुन्दर कंवर जी म.सा. प्रवर्तिनी' पद मनि जी, ३. श्री हीरा मुनि जी , ४. श्री से अलंकृत । शीतलमुनि जी, ५. श्री शुभमुनि जी, ६. श्री बसंत मुनि जी म.सा. ठाणा ६ विजयनगर १. श्री बडे लक्ष्मीचंदजी, २. मुनि श्री चौथमलजी, ३. श्री मानमुनिजी ठाणा-३ . आलनपुर (सवाईमाधोपुर) १. श्री छोटे लक्ष्मीचंदजी, २.श्री चंपकमुनि जी ठाणा-२ | जयपुर १. श्री माणक मुनि जी, २. श्री श्रीचंदजी म. ठाणा-२ १. पूज्य श्री हस्तीमलजी म.सा. २. श्री वैशाख शुक्ला १३ को संवत् २०३२ श्री भद्रिक चौथमलजी म., ३. श्री हीरामुनि जी ४. श्री मुनि जी द्वारा संयम जीवन अंगीकृत । वैशाख शीतलमनि जी, ५. श्री शुभमुनि जी ६. श्री शक्ला १४ को संवत् २०३२ को स्टेडियम चंपकमुनिजी ७. श्री ज्ञान मुनि जी ८. श्री मैदान, जोधपुर में श्री ज्ञान मुनि जी एवं श्री महेन्द्र महेन्द्र मुनि जी ठाणा ८ मुनि जी की प्रव्रज्या। फाल्गन शुक्ला ८ को श्री| हरसोलाव - १. श्री बड़े लक्ष्मीचन्दजी म. २. माणक मुनि जी म.सा. का जोधपुर में ३५ श्रीमानमुनिजी ३. श्री बसंतमुनि जी ठाणा ३ दिवसीय संथारे के साथ महाप्रयाण । जोधपुर - १. श्री छोटे लक्ष्मीचंदजी म. २. श्री माणकमुनि जी ३. श्री जयंति मुनि जी ४. श्रीश्रीचंदजी म. ५. श्री भद्रिकमनि जी ठाणा ५ |१. पूज्य श्री हस्तीमलजी म.सा. २. श्री छोटे चैत्र शुक्ला ९ संवत् २०३३ को भोपालगढ़ में लक्ष्मीचंदजी म. ३. श्री हीरामुनिजी ४. श्री महासती श्री सरलकंवर जी, श्री सौभाग्यवती जी शीतलमुनि जी ५. श्री चंपक मुनि जी ६. श्री एवं श्री मनोहरकंवर जी म.सा. का श्रमणी जीवन में प्रवेश । फाल्गुन शुक्ला १२ को महासती श्री गोटन - १. श्री बडे लक्ष्मीचंदजी म. २. श्री राजमती जी म.सा. की जोधपुर में दीक्षा। मानमुनिजी ३. श्री भद्रिक मनि जी म.सा. ठाणा ५५ २०३२ १९७५ व्यावर ५६ २०३३ १९७६ बालोतरा जा ६. श्री एवं श्री मनोहरा सौभाग्यवती जी महन्द्र मुनि जी ठाणा ५७ २०३४ १९७७ अजमेर । जोधपुर • १. श्री चौथमलजी म. २. श्री जयंतमुनि जी ३. श्री शुभ मुनि जी ठाणा ३ अजीत - १. श्री ज्ञान मुनिजी २. श्री श्रीचंदजी म. ३.श्री बसंतमुनि जी ठाणा ३ १. पूज्य श्री हस्तीमलजी म.सा. २. श्री छोटे माघ शुक्ला १० संवत् २०३४ को पालासनी में लक्ष्मीचंदजी म. ३. श्री हीरामुनिजी ४. श्री श्री गौतम मुनि जी म.सा. का संयम-जीवन में महेन्द्र मुनि जी म. ठाणा ४ प्रवेश। जोधपुर • १. श्री बड़े लक्ष्मीचंदजी म. २.श्रीजयंतमुनि जी ३. श्री मानमुनिजी ४. श्री शुभमुनिजी ठाणा ४
SR No.032385
Book TitleNamo Purisavaragandh Hatthinam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmchand Jain and Others
PublisherAkhil Bharatiya Jain Ratna Hiteshi Shravak Sangh
Publication Year2003
Total Pages960
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size34 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy