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________________ KHAREHIKA माडवगढकामन्त्री ४७ है। राजा से प्रार्थना की कि मुज को बापने जो वचन दिया है वह पूरा करने में के लिये अब मैं याचना करता हूँ। तब राजाने फरमाया कि खुशो से क * मंत्री ने कहा कि मैं इतना ही मांग ता हूं कि कारागृह में जिन ए६ राजा ओं को आपने कैद कर रखे हैं उनको * मुक्त कर दिये जाएं । यह सुन कर यद्यपि राजाकी श्वा उनको बोमने को नथो तो नी मंत्रीश्वर की प्रार्थना * स्वीकार कर उनको बोम दिये। सर्व राजाओं को फांऊन कुमारने एक एक घोमा और पांच पांच वस्त्र अर्पण कर के अपने अपने नगर को विदा कर दिये । इस कारण से पूजनीय महाजन ने मिल कर मंत्रीश्वर ।
SR No.032336
Book TitleMandavgadh Ka Mantri Pethad Kumar Parichay
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHansvijay
PublisherHansvijay Jain Free Library
Publication Year1923
Total Pages112
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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