SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 59
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ No. D. स्नान माटेम पाहीले गरम होयां हंडा पाएीधी स्नान इनार, तो लेंसनी मामऽधो डसाठ; पाएगी महोपाधी, सरपटपडसामने रविवाराहि रक्षा होया याट स्नान करीने झडपधी तोर- उमाऽ सुपी माहीमा नजाधइभामाधीशलाहारामीणी लय पड़ी रहेगा- मन थाय, अटो, छ. तेथील्ममूख्य समयनो गरम पाणी वापरनारने स्नान गाडी न थाय, मने सोछा डरपामां समय या पधारे मागसमयमा स्नान डार्य सिद्ध सायमा रीते हिंमती सभयनो नयादा जाडोकायाया ...| गरम पाणीधी स्नानारनारने, डा पाएगीथी स्नान डरनार, |पाणी पषधापपराय छे. थोडांपाणीथी स्नान जरी झडपथी| पाएगीनां घरे टीपानां मसंज्या महार नीणीनय छे. मेटले | जपो रहेस होपाधी , पहिंसा पाएगी सोछु पपशयन्जुषहिंसा |पए पधारे थाय सने उर्मबंध मोछी थाया अर्भमंध पा जमएर पधु. थायामोछो घाय. गरम पाएगीथीस्नान उरनारनी ) डंडा पाएगीथी स्नएन डरनारनी| रोगप्रतिकारक शन्ति नवधे. रोग प्रतिकार शहिता पधे छे. तेथी माशेश्यनी अपेक्षा या तेथी मारोग्यनी दृष्टिले शरीर डंडा पाएगीथी स्नान डरपामांपए सयवाया साने नुवघ्या घगो. खालाछे.. का घमाती होवाथी मात्मा गएर | सयपायार पाणी गरमाहुरपांगशीकर परेडापायी अनान ऽरवायी यापश्याथीरलाईट-जीलपधारे साये मीर शेस वापरयानी र अनेसपाघरपाधीज गेसनांबाला पडती नयी मेरले लाईटजीस पधारे सेयां पडे. तेथी, स्नान-गेसना वारसा वयशतां नयी भाटे गरम पाणी वापरपाधी सने ना रीते साडि नुपुतानीची मार्थिदृष्टिमेनुहसानी पधारे छेजयी नवाय. गरमापाएगीपापरषाधीनामसंध्या हंडा पाएीधी स्नान करवायी सनिडाया (तेडाया ना गुयोनी । मसंध्य अग्निहायातेडाया | हिंसानो पाड लागे छे. ना योनी विराधनायी जयी पाय. . KOKUYO W-NB2800
SR No.032283
Book TitleJeevvichar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJ R Shah
PublisherJ R Shah
Publication Year
Total Pages392
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy