SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 53
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ४e > No. शस्त्र : शस्त्रनो उपयोग डरीने, भुवंत भारासने, कम भारी नजाय छे, तेम, समुद्र शस्त्रोनां माध्यमथी, पृथ्वीद्वाय, जपाय खाहि खेडेन्द्रिय भुवो, सयित्तमांथी (भव - सहित अवस्थामांथी) खयित (भव-रहित अवस्था) उसे थाय छे सयित्त खेडेन्द्रिय भवाने खयित्त डरवां माटेनां शस्त्रो उ प्रानां छे: (१) स्वहायशस्त्र (२) परद्वायशस्त्र जने (3) उलयडायशस्त्र. 15 Date Bre ...' स्वडाय शस्त्र' (१) स्वडाय शस्त्र: पोतानो लार्ध (स्व) भ्यारे पोताने भारपा मारे शस्त्रश्ये जने छे, त्यारे ते लार्धने 'स्वङाय शस्त्र' श्ये दुहेवाय. (तभारी लोड लाषायां, सरणताथी सम४ पड़े, ते मारे जावी उपरछल्ली व्याख्या छुरी छे.) खेटले, खेड़ पृथ्वीद्वाय ग्यारे जीभं प्रकारनी सयित्त पृथ्वी डायने खयित्त इथे जनाववां माटे शस्त्रनुं अभ दुरे, त्यारे सयित्तने खयित्त, श्ये जनावना पृथ्वी डायने उहेवाय छे, सेटले, पृथ्वीडायमा न्यारे पृथ्वीडाय, अपडाय भारे + क्यारे जीभे खपडाय, तेउडाय माटे भ्यारे तेराय, पाउिडाय भाटे ......भ्यारे पाउडाय शस्त्र श्ये जने, त्यारे तेने 'स्वडाय शस्त्र' इये दुहेवाय छे. छ. त.: [A] खेड खेतरनी सचित्त भाटी (जेडायेली माटी) जीभ खेतरनी: सयित्त माटी साधे भे लेगी तो बने मारीखो परस्पर खेड, जीभं माटे स्वप्रायशस्त्र ३ये जनता होवाथी, जने भाटीमा रहेल असंख्य पृथ्वीडायनां भवाने हिलाभना पहोंये छे. थाय, जे हां-हां डूवानां पाएगी लेगां डरता, जंने पाली परस्पर खंड जीभ माटे, शस्त्र इथे जनवायी, जंने पाएगीयां रहेल असंख्य रायडायनां भयोनी विराधना थाय छे. जेटले ४, हां हां मछलीघरमा रहेल माछलीखोने, ले लेगी डरवामां खाये तो जने नुहां-कहां पाएगीखो परस्पर स्वडाय शस्त्र ३ये जनवायी, ते पाएगीमां, नवी उमेरायेली माछलीनी विराधना धर्ध शडे छे. [C] 'खे ४ रीते, यात्री मांथी पोरां नीडको तो, नेवानां माशीमांथी खा पोरां नीडण्यां होय, ते ४ दूवानां पाएगीयां भे खा पोरांने याशी सहित नांजी हेवामां जाये, तो ४ ते पोरांनां भयोनी विराधनाथी जयी शडाय. दुहां दूवानां पाशमां पोरानांव KOKUYO W-N8280U
SR No.032283
Book TitleJeevvichar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJ R Shah
PublisherJ R Shah
Publication Year
Total Pages392
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy