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________________ -No. Date (300) I हेय ... पंयेन्द्रिय पो पंचेन्द्रिय भुवो (मुख्य ४ लेह) क નરક તિર્યંચ हुपे, पंचेन्द्रिय भुवो विषे शइखातमां सामान्यथी js समभृशुं. त्यारजाह, पंथेन्द्रिय नुवोमां मसर हेष, तिर्यया, नरड जने मनुष्य संगे विस्तारथी समभ्वानो "दुर्घ प्रयत्न खापोरी खास नोंध : 'पंयेन्द्रिय निर्यय भुवो' भ्यारे उहेवाय, त्यारे तेमां यंयेन्द्रियनां विलागमां जायतां तिर्यय भुवो खेटले हे पशु-पक्षी (क्जयर, स्थणयर, खेयर) नो समावेश डरखो. पंचेन्द्रिय तिर्यय = पंथेन्द्रिय + पक्षी पशु+ मनुष्य 12.201 : निर्यय खथवा निर्यय geit गति भ्यारे, 'तिर्यय भुवो' - खेम सामान्यथी उहेवाय अथवा 'तियंय गतिनां भवो' हेवाय, त्यारे ऐतेमां तमाम खेडेन्द्रिय + विकलेन्द्रिय + पंयेन्द्रिय तिर्यय भुवोनो समावेश थाय छे. = 'खेडेन्द्रिय + पिकलेन्द्रियः + पंयेन्द्रिय (जेई+ तेही 15रि) तिर्यय
SR No.032283
Book TitleJeevvichar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJ R Shah
PublisherJ R Shah
Publication Year
Total Pages392
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
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