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________________ शब्द-सम्पत्ति २६७ पंडय (८०.९) पंसुलि (४१.१०) पक्कण-कुलम्मि (८१.१०) = पच्छयण (५७.२८) पत्तलाओ (१८.२४) पल्हत्थिय (७.२०) पत्थर (१४३.२३) पर-तत्ति-तग्गो (१२७.२३) पसियह (६३.१६) पहया (५२.१७) पुअंड मंडलइ (१६९.३२) = पुल्लि (५१.२६, ११२.१६) = पेसो (१३७.२७) पेसओ (१०५.१३) पोत्तीओ (१३९.७, १५७.३२) = पोत्थय (१९१.२६) बइल्ल (१८६.१२) बप्पो-बप्पो (५१.१२) बरहिणओ (८.२०) बहिणि-गालि (११२.२२) = बोडण (४१.३१) भंडमोल्लं (१०५.५) भडारा (९१.१३) भाइल-तुरंग (६५.२९) भेल्लियं (१२२.२०) भोइया (१२४.५) मंगुसे (२८.२४) मंदुलय (५५.११) मइलु (५४.३०) मज्झिल्ल खंडम्मि (९१.३४) = मडहा (१२६.२१) नपुंसक कुलटा चाण्डाल कुल (१०.७२) पाथेय राजदेय, अधिकार-पत्र पालथी मार कर बैठना पाद-ताड़न दूसरे के दोष निकालने वाले अनुमति देने की कृपा करना प्रहार करना तरुण-मण्डली व्याघ्र दास बेचना धोती पुस्तक बैल पिता, बाप मयूर बहिन की गाली शिर मुंडाना (बोडो, गुजराती में) पूंजी भट्टारक, स्वामी हल में जोतने वाले घोड़े युद्ध के लिए ललकारना ग्रामाध्यक्ष (भोगिन) नकुल, न्योला रोगग्रस्त मैला, अस्वच्छ मध्यम खण्ड, मझला छौटा, थोड़ा
SR No.032282
Book TitleKuvalaymala Kaha Ka Sanskritik Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrem Suman Jain
PublisherPrakrit Jain Shastra evam Ahimsa Shodh Samsthan
Publication Year1975
Total Pages516
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size34 MB
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