SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 316
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 267 बिराजे हो, देव प्यारा, दरिशन तमारे जावू, ॥१॥ सम पंच वर्ण फूल, देव वरसावे बहु मूल, पामे समकित अनुकुल हो, ॥२॥ पूंठे भामंडल झलके, दुगपासे चामर ललके, स्वर झीणी घुघरी रणके हो० ॥३।। सिंहासन वृक्ष अशोक, दल फलनी शी कहुं शोक, मांहे दानव मानव थोक हो दे०॥४॥ दूध साकर मेवा दाक्ष, पाकी सहकारनी शाख, तेहथी मीठी तुम्ह भाख हो, दे०॥५॥ भवोभवना ताप समावे, एक वचने सहु समजावे, वळी बीज धर्मनुं वावे हो, दे०॥६॥ सुणी बारे पर्षदा हर्षे, संयम सुख समता फरशे, सेवक जिन तेहने तरशे, हो देव प्यारा, दरीशन तुमारे जावू।।७।। (1) श्री शीतलनाथ जिन स्तवन ॥१॥ मुज मनडामां तुं वस्यो रे, ज्युं पुष्पोमां वास, अलगो न रहु ओक घडी रे, सांभरे श्वासोश्वास; तुमशुं रंग लाग्यो, रंग लाग्यो साते घात, रंग लाग्यो श्री. जिनराज, रंग लाग्यो त्रिभुवन नाथ. ॥२॥ शितलस्वामी जे दिने रे, दीठो तुम देदार; ते दिनथी मन माहरु रे, प्रभु लाग्युं ताहरी लार. तुंज°० ॥३॥ मधुकर चाहे मालती रे, चाहे चंद्र चकोर, तिम मुजने प्रभू ताहरी रे, लागी लगन अति जोर, तुजशुं० ॥४॥ भर्या सरोवर उलटे रे नदियां नीर नमाय, तोपण जांचे मेघकुंरे, जिम चातक जगमांय, तुमशुं० ॥५॥ तिम जगमांहे तुम विना रे, मुज मन नावे रे कोय; उदय वदे पद सेवना रे, प्रभु दीजे सन्मुख जोय...तुजशुं० ॥६॥ (2) श्री शीतलनाथ जिन स्तवन (राग - हेले चड्यां रे हैयां) ___ भक्तिनो भीनो मारो, मुजरो ते ल्योने मारो, मुजरो ते ल्योने, नेहने सलूणो, तारो दरिसण धोने, मारा ते दिलमां आवी वसोने....(१) शितलजिन त्रिभुवन धणी रे, प्रभु सेवकने चित्त रहोने, दास कहावो आपनो रे, प्रभु सेवकनी लाज वहोने....(२) जाणपणुं मे ताहरुं रे, प्रभु ते नवि दीर्छ क्याहीने, रे मोहनमुद्रा देखीने रे, प्रभु वसो मुज हैयामाही रे....(३) रात-दिवस तुज गुण जपुं रे, प्रभु ते बीजं क्यायन सुहाय रे, जीम जाणो तिम राखजो रे, प्रभु हुं वळग्यो तुम पाये रे....(४) नरक निगोद तणा धणी
SR No.032195
Book TitlePrachin Chaityavandan Stuti Stavan Parvtithi Dhalo
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDinmanishreeji
PublisherDhanesh Pukhrajji Sakaria
Publication Year2001
Total Pages634
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy