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________________ मैंने कहा-हो सकता है, तुम्हारे भाग्य में राजस्थान लॉटरी का कोई पुरस्कार हो, यह नम्बर यदि उपलब्ध हो तो खरीद लो। वे बोले- मेरे भाग्य में कहाँ ? और दूसरे कार्य में लग गये । आश्चर्य कि उसी दिन जो राजस्थान लॉटरी का ड्रा निकला, उसके प्रथम पुरस्कार के वही नम्बर थे, जो उन्होंने स्वप्न में देखे थे। कुछ समय पूर्व बम्बई से ही आए एक सज्जन से आश्चर्यजनक स्वप्न-विवरण सुनने को मिला, उनके अनुसार एक विख्यात व्यक्ति एक दिन स्वप्न में टेलीविजन देख रहा था। उसने देखा कि एक नृत्य-कार्यक्रम बीच में रुक गया है, तथा घुड़दौड़ प्रारम्भ हो गई है । घुड़दौड़ में जीतनेवाले घोड़ों को भी वे स्पष्ट देख रहे थे। दूसरे दिन उठते ही उन्होंने यह स्वप्न-समाचार अपनी पत्नी को सुनाया । यद्यपि पत्नी घुड़दौड़ में खर्च को व्यर्थ समझती और यदाकदा पति को मना ही करती, पर उस दिन उसने स्वयं आग्रह कर पति को रेस में भेजा, और उन्हीं नम्बरों के घोड़ों पर भारी रकम लगाने को कहा। और आश्चर्य ! महा आश्चर्य ! उस दिन वे ही घोड़े जीते, और कई लाख की रकम उस सौभाग्यशाली व्यक्ति को मिली। क्या ये स्वप्न भविष्यदर्शक नहीं ? क्या इन स्वप्नों को झुठला सकते हैं ? ये भविष्यसूचक स्वप्न कई बार व्यक्ति की जीवनधारा को बदल देने में समर्थ हुए हैं । सिलाई मशीन का आविष्कर्ता कई दिनों से परेशान था । उसने मशीन का मॉडल ठीक बनाया था; काम भी ठीक करने की स्थिति में थी, पर सुई से जिस रूप में लिलाई होनी चाहिए थी वह नहीं हो पा रही थी। सुई का छेद कहाँ पर हो, जिससे दोहरी सिलाई शीघ्र एवं मजबूत हो । सोचते-सोचते वह थककर वहीं सो गया। स्वप्न में उसने देखा कि एक खूख्वार व्यक्ति भाला लिये आता है, और जोरों से उसके सिर में छेद कर देता है एवं हड़बड़ी में उसकी
SR No.032162
Book TitleSwapna Jyotish
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNarayandatt Shrimali
PublisherSubodh Pocket Books
Publication Year1978
Total Pages132
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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