SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 63
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ हिन्दू-ला पेज २०० विषय विषय पेज -विधवाके गोद लेनेकी मियाद १०४ -ससुरके मर जाने पर रजामंदी १९४ -व्यभिचारिणी विधवा गोद न लेसकेगी १०४ -कुटुम्बियों आदिकी मंजूरी १९४से १९८ -सूतको गोद लेना, धमकी देकर -पतिके मना करने पर विधवा कहां गोद दिलवाना इत्यादि पर गोद नहीं लेगी -पुनर्विवाहित विधवाका गोद लेना १७५ विधवा माताका गोद लेना १९८ -अनेक लड़कोका गोद लेना १७५ -जैनियोंकी विधवाको पतिकी आज्ञा -पतिके मना करने पर दत्तक जरूरी नहीं है गोदका अधिकार देनेकी रीति -पंजाबमें गोद लेनेके लिये पतिकी -यह अधिकार किसे दिया जासकता है १७७ आज्ञा जरूरी नहीं हैं -कई विधवाओंको गोद लेने का अधि -कौन दत्तक दे सकता है __ कार देना कहां तक जायज है १७८ -दत्तक देने के साधारण नियम २०१ गर्भवती स्त्रीको देना -देनेका अधिकार और मत अधिकार ठीक तौरसे काममें लाया जायगा1८० -चाचाका गोद देना कब जायज है २०३ -अनुचित अधिकार देना -सगा या सम्बन्धी नहीं दे सकता २०३ -भुवनमयीका केस -गोद देने का अधिकार बाप नहीं -अधिकार गोद लेनेका कब न रहेगा१८४ ६ सकता २०४ -जैन विधवाका अधिकार १८५/१९९ -अनाथ बालक नहीं दिया जासकता २०४ -पतिकी आज्ञास विधवाका गोद लेना १८५ -बाप या मांकी शौकी पाबन्दी -जब गोद लेने के बहुत दिनोंके बाद जरूरी है २८४ रसम की गई हो -कौन लोग गोद देने का अधिकार रखते हैं २०५ -विधवा गोद लेने के लिये मजबूर नहींहै १८६ -पिता, माता -गोद लना जब दूमरेकी सलाहसे कहा -माई, चाचा २०६ गया हो -अशान गोद लेनेका अधिकार देसकताहै २०७ -विधवा और दत्तक पुत्रका इकरारनामा १८७ -ब्रह्मसमाजी, राजपूत, पुनर्विवा-कुटुम्बका लड़का गोद लेना चाहिये १८८ हिता माता -पैदा होने वाले पुत्र के लिये गोदकी आज्ञा १८८ -विधवा माता, कुष्ठी, २०० -अय्यापिल्ले का मशहूर केस १८८ -कौन लोग दत्तक देनका अधिकार -विना आज्ञा पतिक विधवाका गोद लेना १८९ नहीं रखते २०८ -प्रान्तों के रवान व कानूनका मतभेद १९० -सौतेली माता, भाई २०० -सपिण्डकी मंजूरी १९०११९२११९४ -दत्तकपिता, और दत्तकमाता २.९ १९६१९७ -दादा २.९ नामनादकेस -पत्नि, पतिकी आज्ञाके विग्द्ध २०९ -मुश्तरका स्नानदानमें गोदकी परिस्थिति १९१ | -कौन दिया जामता है और कौन लिया -रे हुए खानदानमें गोद लेना १९२ जासकता है २०५ से कहा
SR No.032127
Book TitleHindu Law
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandrashekhar Shukla
PublisherChandrashekhar Shukla
Publication Year
Total Pages1182
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy