SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 50
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ दफावार सविवरण सूची विषय दफा ६८५ जैन विधवा ... ६८६ मनकूला जायदादपर विधवाका कैसा अधिकार है ? ६८७ वसीयत ज़बानी जायज़ है लिखित नहीं ६८८ बटवारासे मिली हुई जायदाद ६८६ जायदाद पर स्त्रीके अधिकारकी समस्या ६६० विधवाका क़र्जा रिवर्ज़नरको पाबन्द नहीं करता ६६१ विधवाके कामोंमें दखल ६०२ एकसे अधिक विधवायें ६६३ जायदाद में इजाफ़ा ६६४ जायदाद की आमदनीपर अधिकार ६१५ भरण पोषण के खर्चसे बची हुई रक़म ६६६ विधवाकी खरीदी जायदाद ... 430 ७०२ ज़रूरतका दबाव ... ७०३ सम्पूर्ण जायदाद के इन्तक़ालका अधिकार ७०४ खान्दानी कारोबार ७०५ एक पतिकी दो विधवायें ७१४ वह क़र्जे जो जायदादपर न लिये गये हों ७१५ अदालत के फैसलेसे जायदाद की पाबन्दी ७१६ जायदाद वापस लेनेका दावा ७१७ रिवर्ज़नर डिकरीके पाबन्द होंगे ७१८ समझौता 000 ... ... ... ... ७०६ क़ानूनी ज़रूरतें कौन हैं ? ७०७ कहां तक अधिकार काममें लाये जा सकते हैं ? ७०८ इन्तक़ालके लिये रिवर्जनरोंकी मंजूरी ७०६ मंजूरी देनेका तरीका ७१० अगर कोई स्त्री जायदादका अपना हक़ रिवर्जनरको दे दे ७११ संसार त्यागने वाली स्त्रीका हक़ चला जाता है ७१२ वसीयतके अनुसार अधिकार ७१३ अदालतसे मिला हुआ अधिकार ८४५ Eve ८५१ ८५१ ८५१ ... ६६७ पट्टे Exa ... ६६८ सीमाबद्ध स्त्री मालिककी जिन्दगी भरके लिये जायदादका इन्तक़ाल ८५२ ६६६ डिकरी द्वारा कुर्ती ७०० विधवा आदि कब जायदादका इन्तक़ाल कर सकती हैं ७०१ खरीदार या रेहन रखने वालेके कर्तव्य तथा बार सुबूत ર ८५४ ८५५ ८५५ ८५६ ८५७ ८५७ ८६४ ८६५ ८६७ ८६८ 590 590 ... ⠀⠀⠀ ... 960 ... ... ... ... ... ... ... ... ... 600 ... 800 ... ... ... *** ... ... 090 ... 000 ... ... ... ... " ... पंज ८४१ ૬૪૨ ८४३ ८४४ ८४५ ८४७ ८७० ८७१ ८७१ ८७२ ८७२
SR No.032127
Book TitleHindu Law
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandrashekhar Shukla
PublisherChandrashekhar Shukla
Publication Year
Total Pages1182
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy