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________________ दत्तक या गोद [ चौथा प्रकरण नोट - ऐसा मालूम होता है कि जिन कौमों में पुनर्विवाह की रमम जायज मानी जाती है उन्हीं में यह फैसला लागू किया जा सकेगा, आम क़ायदा नहीं | इसपर देखो - 24 Bom. 39, 10 Bom. L. R. 1134. २०८ दफा १६४ विधवा माता विधवा माता अपने पुत्रको दत्तक दे सकती है चाहे ऐसा अधिकार पतिने न भी दियाहो; 7 Cal. W. N 871; 30 Cal. 965; 11 W. R. 468; 3. B. L. R. A. C. 145;;7 Bom. H C. App. 26. विधवा माता अपने इकलौते पुत्रको दत्तकदे सकती है चाहे ऐसा अधि का पति उसे न भी मिला हो; 22 Mad. 398; 29 I. A. 113; 3 C. W. N. 427. माना गया है कि जब पतिने गोद देनेकी मनाही न की हो तो विधवा गोद दे सकती हैं; यदि मनाही करदी हो तो नहीं दे ककती । गोद देनेके लिये पतिने यदि कोई बात न कही हो तो इससे कोई हर्ज नहीं पड़ता देखो 11 Mad. 43; 18 Mad. 53. दफा १६५ कुष्ठी कुष्ठ रोगी मनुष्य अपने पुत्रको दत्तक दे सकता है; देखो - W. R. 1864 P. 173. ( ग ) कौन लोग दत्तक देनेका अधिकार नहीं रखते ? दफा १६६ सौतेली माता सौतेली माता अपने सौतेले पुत्रको हिन्दूलॉके अनुसार दत्तक नहीं वे संकती; देखो -3 M. L. J 80; 16 Mad. 384. विधवा पुनर्विवाह हो जाने के पश्चात् अपने उस पुत्र को जो पहिले पति द्वारा उत्पन्न हुआ है गोद में नहीं दे सकती । मु० सेवकाबाई बनाम गनA. I. R. 1925 Nag. 1 (F. B.) दफा १६७ भाई भाई अपने भाईको दत्तक नहीं दे सकता, 3 S. D. 387-516, Mad. Dec. 1862 P. 97. और देखो दफा १५८ ।
SR No.032127
Book TitleHindu Law
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandrashekhar Shukla
PublisherChandrashekhar Shukla
Publication Year
Total Pages1182
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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