SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 356
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ वच् + तुं = वोत् + तुं = वोत्तुं वक्तुम् ♡ अभिनव प्राकृत - व्याकरण लह् + तुं = लद्धुं < लब्धुम् ܩ रुध् + तुं = रोद्धुं < रोद्धुम् युध + तुं = योद्धुं, जोद्धुं योद्धुम् सम्बन्ध भूतकृदन्त ( ५३ ) धातु में तं, तूण, तुआण, अ, इत्ता, इताण, आय और आए प्रत्यय जोड़ने से सम्बन्धसूचक भूतकृदन्त के रूप बनते हैं । ( १४ ) तुं, अ, इत्ता और आय प्रत्यय होने पर प्रत्यय के पूर्ववर्ती अको विकल्प से इ और ए आदेश होते हैं । (१५) तूण, तुआण और इत्ताण प्रत्ययों में ण के स्थान पर सानुस्वार णं आदेश होता है । उदाहरण ३२५ हो भू - होअ + तूं (उं) = होइउं, होएउं < भूत्वा - प्रत्यय के पूर्ववर्ती अकार के स्थान पर इत्व तथा एत्व किया है । होअ + अ = होइअ, होएअ< भूत्वा - प्रत्यय के पूर्ववर्ती अकार के स्थान पर इत्व तथा एत्व किया है । होअ + तूण (ऊण) = होइऊण, होइऊगं, होएऊण, होएऊणं < भूत्वा- -प्रत्यय के पूर्ववर्ती अकार के स्थान पर इत्व एवं एत्व के अनन्तर विकल्प से ण के ऊपर अनुस्वार किया गया है । होअ + तुआण ( उआण) = होइउआण, होइउआणं, होएउआणं, होएउआणं भूत्वा -- प्रत्यय के पूर्ववर्ती अकार को इत्व एवं एत्व तथा ण के ऊपर विकल्प अनुस्वार किया है। K हस् — इस + तुं (उं) = इसिउं, हसेउं हसित्वा - विकल्प से इत्व तथा एत्व । हस + अ = हसिअ हसेअ दहसित्वा -भण + तु (उं) = 99 99 हसू - इस + तूण (ऊण) = हसिऊग, हसिऊणं, हसेऊण, हसेऊणं हसित्वा - विकल्प से इत्व एवं एत्व तथा ण के ऊपर अनुस्वार | इस + तुआण (उआण) = हसिउआण, हसिउआणं, इसेउआण, इसेउआनंद हसित्वा - विकल्प से इत्व एवं एत्व तथा ण के ऊपर अनुस्वार । भण भणिउं, भणेउं भणित्वा
SR No.032038
Book TitleAbhinav Prakrit Vyakaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorN C Shastri
PublisherTara Publications
Publication Year1963
Total Pages566
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size28 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy