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________________ [११] सेफ साइड तक की बाड़ आवश्यकताएँ, ब्रह्मचर्य के साधक की तुझे ब्रह्मचर्य की परख करना आता है? वह परख करना आ जाए तो काम का! सभी तरह से परख लेना चाहिए! प्रश्नकर्ता : इसमें मुझे खुद को ऐसा लगता है, कि मेरा पुरुषार्थ बहुत मंद है। दादाश्री : वह तो, वहाँ सभी के साथ रहेगा न, तब देखना पुरुषार्थ का योग! बाद में स्त्री को तो देखना तक अच्छा नहीं लगेगा। क्योंकि सत्संग में रहते हैं न वे सभी। फिर उस ओर के विचार ही नहीं आते! प्रश्नकर्ता : उस संग का बहुत असर पड़ता है। दादाश्री : फिर बहुत आसान हो जाता है। अभी तो संयोग नहीं हैं न? ये सारे विपरीत संयोग, कुसंग के और आज्ञा पालन करने की खुद की शक्ति नहीं है। दादा की आज्ञा पालन करेंगे तो कुछ भी बाधक नहीं होगा। यही है इसका उपाय, वहाँ सभी के साथ में रहेगा, तभी होगा। उसका और कोई उपाय नहीं है। ब्रह्मचर्य पालन के लिए इतने कारण होने चाहिए। एक तो अपना यह 'ज्ञान' होना चाहिए, इसके अलावा इतनी आवश्यकता तो है ही कि ब्रह्मचारियों का समूह होना चाहिए। ब्रह्मचारियों की जगह शहर से ज़रा दूर होनी चाहिए और साथ ही पोषण होना
SR No.030109
Book TitleSamaz se Prapta Bramhacharya Purvardh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDada Bhagwan
PublisherDada Bhagwan Aradhana Trust
Publication Year2014
Total Pages482
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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