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________________ शाता मूल गुजराती शब्दों के समानार्थी शब्द : सुख-परिणाम अशाता : दुःख-परिणाम पुद्गल : जो पूरण और गलन होता है पूरण-गलन : चार्ज होना-डिस्चार्ज होना लागणी : भावुकतावाला प्रेम, लगाव निकाल : निपटारा ऊपरी : बॉस, वरिष्ठ मालिक उपाधि : बाहर से आनेवाले दु:ख राजीपा : गुरुजनों की कृपा और प्रसन्नता अजंपा : बेचैनी, अशांति, घबराहट दुभना : आहत होना निर्जरा : आत्मप्रदेश में से कर्मों का अलग होना चीकणी फाइल : गाढ़ ऋणानुबंधवाले व्यक्ति अथवा संयोग अबंध : बंधन रहित गारवरस : संसारी सुख की ठंडक में पड़े रहने की इच्छा गुंठाणे :४८ मिनट्स वळगण : बला, पाश, बंधन चीकणी : गाढ़ आड़ाई : अहंकार का टेढ़ापन : उलाहना अटकण : जो बंधनरूप हो जाए, आगे नहीं बढ़ने दे तंतीली : तीखी, चुभनेवाली उद्दीरणा : भविष्य में फल देनेवाले कर्मों को समय से पहले जगाकर वर्तमान में खपाना आमळे चढ़ना : विचारों का बवंडर उठना, बहुत विचार आने से अभाव होना गलगलिया : वृत्तियों को गुदगुदी होना ठपका
SR No.030017
Book TitleAptavani Shreni 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDada Bhagwan
PublisherDada Bhagwan Aradhana Trust
Publication Year2013
Total Pages350
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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