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________________ (379) 47. नमस्कार मीमांसा-भद्रंकर विजय श्री महावीर तत्त्वज्ञान प्रचारक मण्डल, वासुपूज्य स्वामी, जिनालय, अंजार, कच्छ। 48. आराधना नो मार्ग-भद्रंकर विजय श्री महावीर तत्त्वज्ञान प्रचारक मण्डल, वासुपूज्य __स्वामि जिनालय, अंजार, कच्छ। 49. सवि जीव करूं शासन रसी भद्रंकर विजय नमस्कार आराधना ट्रस्ट। 50. तत्त्वप्रभा भद्रंकर विजयजी C/ चन्द्रकांत कांतिलाल शाह 51. तत्त्व दोहन-भद्रंकर विजययी 11, नवरंग कॉलोनी, नवरंगपुरा, 52. समरो मंत्र भलो नवकार-भद्रंकर विजयजी अहमदाबाद-9, 53. पंच परमेष्ठी ध्यान भद्रंकर विजयगणि, जैन साहित्य विकास मण्डल, बम्बई 54. श्री नमस्कार माहात्म्य भद्रंकर विजयगणि, जैन साहित्य विकास मण्डल, बम्बई 55. नवकार मंत्र या पंचपरमेष्ठी भद्रंकर विजयगणि, जैन साहित्य विकास मण्डल, बम्बई। * * * * * * *
SR No.023544
Book TitlePanch Parmeshthi Mimansa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSurekhashreeji
PublisherVichakshan Smruti Prakashan
Publication Year2008
Total Pages394
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
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