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________________ ( 162 ) 62 पालीयाद बोभीनदी के दहिने तट पर पूर्वकाठियावाड एजंसी के ताबे का यह अच्छा कसबा है, जो 500 घरों की आबादीवाला है। इसमें देरावासी 35 और स्थानकवासी 80 एवं जैनों के 115 घर हैं, जिनमें 20 घर वीसा श्रीमाली और शेष दशा माली हैं। यहाँ एक उपाश्रय, एक धर्मशाला और एक छोटा शिखरबद्ध जिनालय है, जिसमें श्रीशान्तिनाथ आदि की तीन जिनप्रतिमा विराजमान हैं, जो श्वेतवर्ण 2 फुटबडी अर्वाचीन हैं। यहाँ के जैन साधु साध्वियों के पूर्ण भक्त हैं / परन्तु स्थंडिलभूमि दूर होने के कारण यहाँ कोई क्रियापात्र योग्य (विद्वान् ) साधु स्थिरवास नहीं करता / 63 बोटाद___ भावनगर तालुके का यह छोटे शहर के समान कसबा है, जो भावनगरसंस्थान के ग्यारह महालों में से एक है। यहाँ रेल्वे का जंकसन स्टेशन है और यहाँ से एक रेल्वे लाइन जसदण, दूसरी अहमदावाद जाती आती है / शहर के चोतरफ कोट और उसमें चार दरबाजे हैं और इसकी जनसंख्या अंदाजन 17000 मनुष्यों की है। सरकारी स्कूल, पोस्टऑफिस भी है और सडकें व उनपर इलेक्ट्री की बत्तियाँ लगी हैं / इसमें वीसा श्रीमालीजैनों के 100
SR No.023536
Book TitleYatindravihar Digdarshan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYatindravijay
PublisherSaudharm Bruhat Tapagacchiya Shwetambar Jain Sangh
Publication Year1935
Total Pages222
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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