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________________ सिडन्तार्णवतरणि:-कारादिपरस्मैपदामि। सासु-निरसने- सट लिट, प्र. ए. स्वयति सखास ष्टिम-टीम आदीभावे-स्तिति-स्तीति बह-ह-चक्यर्थ- साति- सुति . -अंतकर्मणि- लट् लिट् लुट् लुङ, . प्र. ए• स्यति ससौ साता असाप्सीत्-असासिष्टां-पसासिषुः विधु-संराद्धौ-सिति-सेडा--सेत्स्यति-असिधत म्ह-उद्विरणे- लट् लिद प्र. ए. खह्मति सणाह सुष्णोहिथ- सुष्णातुसुष्णोठ- सुष्णहिव- सुष्णुह- खोहिता- स्रोग्ध- सोठा ___ खोहियति- खोयति- अनुहत् ष्णिह--प्रीती- विति- सिष्णेहजिष्विदा- स्नेहनमोचनयोः स्विाति- सिष्वेद जिविदा- गाजपतरणे.- सिध्यति-सिष्वेद- सिदिय-स्वेता-अस्विवत पुज-अभिषवे- नु:- लट् . प्र. ए. सुनोति- सुनुतः- सुन्वति लिट्- सम्वः- सुन्वः सुनुमः सुन्मः विज-बंधने- लट् लिट् लुद लट् लोद प्र. ए. सिनोति सिषाय सेता सेति सिनोतु-तात अच-हिंसायां लट लिट् लुद खट् प्र. ए. सघ्नाति सेघतः सेघिय सघिता सघियति पुर-ऐश्वयंदीप्त्योः -शः लट् म. ए. सुरति- सुयोर- सूर्यात पिल-उभे सिलात सिषेल. -प्रेरणे- · सुति सुषाव- सविता साताबदल-विशरणगत्यवसादनेषु- सीदति३० वणुदाने- लदाशीलिङ म. ए. सनोति- सनुते सायात- सस्यात् * सात- अनिष्ट- असाधाः अनिष्ठाजयस्वालिच- . ... -संबन्ध संचयति-: यससंवत
SR No.023457
Book TitleTidantarnavatarani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanvada Gopalkrishnacharya Somayaji
PublisherE J Lazarus and Co
Publication Year1897
Total Pages620
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
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