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________________ xxvi ( ४२ वक्रोक्तिविभागः - उदाहरणे ४३ व्याजोक्त्यलंकारः - उदाहरणम् ४४ मीलनालंकारः ४५ मीलनालंकारविभागः - उदाहरणे ४६ सामान्यालंकारः - उदाहरणम् ४७ तद्गुणालंकारः - उदाहरणम् ४८ अतद्गुणालकारः - उदाहरणम् ४९. विशेषोक्त्यलंकारः - उदाहरणम् ५० पर्यायोक्तालंकारः - उदाहरणम् ५१ स्वभावोक्त्यलंकारः - उदाहरणम् ५२ विरोधाभासालंकार: ५३ विरोधाभासविभागः - उदाहरणानि ५४ विशेषालंकारः ५५ विशेषालंकारोदाहरणानि ५६ विषमालंकारः ५७ विषमालंकारविभागः - उदाहरणानि ५८ समालंकारः - उदाहरणम् ५९ अधिकालंकारः ६०. अधिकालंकारविभागः - उदाहरणे ६१ विभावनालंकारः - उदाहरणम् ६२ असङ्गत्यलंकारः - उदाहरणे ६३ अन्योन्यालंकारः - उदाहरणम् ६४ विचित्रालंकारः - उदाहरणम् ६५ प्रतीपालङ्कारः ६६ प्रतीपालङ्कारविभागः - उदाहरणे 121 122-124 124-126 126-127 127-129 130-132 132-133 133-135 135-136 137 138-140 140-142 142-144 144-145 145-147 147-148 148-149 150 150-151 151-154 154-158 158-160 160-162 162-163 163
SR No.023454
Book TitleAlankar Raghavam Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYajneshwar Dikshit, T V Sathynarayana
PublisherOriental Research Institute
Publication Year1991
Total Pages348
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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