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________________ (सिरि भूवलय नवीन काल के “एनसैक्लोपीडिया” का भारत वर्ष में हजारों वर्ष पहले ही तैयार हुए थे ऐसा इस ग्रंथ स व्यक्त होता है । यह सर्वशास्त्रसंग्रहग्रंथ सत्य में ही सभी समय काल के लिए भारतवर्ष का गौरवान्वित ग्रंथ के रूप में सुरक्षित रहने में कोई संशय नहीं है । ९. संयुक्त कर्नाटका २८-७-१९५६ सिरि भूवलय ग्रंथ की माइक्रो फिल्म ___७१८ भाषा, ६४ कलाएँ ३६३ मत, से संग्रहित कहे जाने वाले कन्नडग्रंथ सिरि भूवलय के विषय में महामहिम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी ने विशेष आस्था दिखा कर इसे राष्ट्रीय संपत्ति मान कर भारत के राष्ट्रीय प्राच्य संग्रहालय में प्रथम खंड की माइक्रो फिल्म बनावाई ऐसी जानकारी मिलती है । _____ सन् ७८० में मैसूर राज्य के नंदीदुर्ग के समीप यलवळ्ळि के कुमुदेन्दु मुनि ने इस ग्रंथ की रचना की है कहा जाता है । १०. प्रजावाणि १४-६-१९६४ कर्लमंगलं श्रीकंठैय्या सिरि भूवलय विश्व का आठवें आश्चर्य के रूप में प्रसिध्द कन्नड ग्रंथ है ___१. विश्व के समस्त भाषा-साहित्य, ज्ञान-विज्ञान को एक साथ एक ही समय में जान पाना संभव है क्या? है. इसके लिये निर्देशन है, कन्नड का प्राचीन ग्रंथ “सिरिभूवलय” २. विश्व के समस्त भाषाओं, ज्ञान-विज्ञान को कन्नड में समाहित कर कन्नड के मूल को नवमांक गणित अंकाक्षर के क्रम में रूपित कर इस असदृश विश्व काव्य को रचने वाले कवि-कुमुदेन्दु आठवीं सदी के हैं। ___३. जग के सभी समय के समस्त को प्रतिबिम्बित करने वाला यह भूवलय रूप का, कन्नड-कन्नडी (आईना) का परिचय इस लेख से मिलता है। विश्व का आठवें आश्चर्य के रूप में ख्यातित, दि. डॉ.राजेन्द्र प्रसाद, महर्षि देवरात, डॉ. सुनीत कुमार चटर्जी, डॉ.एस. श्रीकंठ शास्त्री जी आदि विद्वानों द्वारा =377 377
SR No.023254
Book TitleSiri Bhuvalay Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSwarna Jyoti
PublisherPustak Shakti Prakashan
Publication Year2007
Total Pages504
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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