SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 653
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ विषयानुक्रमणिका ३५४, जैन देवियां ३५४, इनके तीन वर्ग ३५४, देव देवियां ३५४, देव - देवियों के पारस्परिक सम्बन्ध ३५५ जैन देवशास्त्रीय मान्यताएं ४७१ जैन देवाङ्गना ३५३, ३५५ इनका देवताओं के साथ विहार ३५३, ३५५, इनकी श्रंङ्गारिक विलास क्रीडाएं ३५५ जैन देवियाँ ३३८, ३५८ अदिति देवी ४२४, अमृता देवी ३३८; अम्बिका देवी ३३८, ३५४, उमा देवी ३३८; एकलबीरा देवी ३३६-३३९; ऐन्द्री देवी ३३८, काल संकर्षिणी देवी ३३८, काली देवी ३३८, कीर्ति देवी ३३८; कौमारी देवी ३३८, गोरी देवी ३३८, चक्रेश्वरीदेवी ३३८, १३५४, चण्डिका देवी ३३८, मण्डीमारी देवी ३६९, चामुण्डा देवी ३६८, ज्वाला मालिनी देवी ३३८, ३५४, तारा देवी ३३८, त्रिपुरा देवी ३३८, दुर्गादेवी ३३८, निम्बुजा देवी ३३८, पद्मावती देवी ३३८, ३५४, पीठ देवी ३३८, बलादेवी ३३४, ब्राह्मणी देवी ३३८, भद्रकाली देवी. ३३८, भृकुटी देवी ३३८, महाकाली देवी ३३४, यक्षिणी देवी ३३८, ३५४, लक्ष्मी देवी ३३८, ३५४, ६१ε लवरणा देवी ३३८, वाराही देवी ३३८, वैष्णवी देवी ३३८, शान्ति देवी ३५४, श्री देवी ३३८, ३५४, सरस्वती देवी ३३८, ३५४, सिद्धमाहेश्वरी देवी ३३८, सिद्धिदायिका देवी ३३८, ३५४, स्रोत देवी ३३८, ह्री देवी ३३८ जैन देवियों का वर्गीकरण ३३८, ३५४, ४२४ इनके तीन मुख्य वर्ग - कुल देवियाँ ३३८, ३५४, प्रासाद देवियां ३३८, ३५४, विद्या देवियाँ ४२४ जैन देवियों का स्वरूप ३३८, ३५३३५५ जैन देवी तत्त्व ३५४, इनके तीन वर्ग ३३८, ३५४, इनका देवशास्त्रीय चरित्र ३५५, देवों के अनुसार देवियों की स्थिति ३५४, देव-पत्नियों के रूप में ३५५, इनकी वेशभूषा ३५५, इनका प्रेमप्रदर्शन ३५५, इनकी देवताओं के साथ क्रीडा ३५५ जैन देवियों के मन्दिर ३३८, ३६८ जैन देवी पूजा ३३८, ३३६, ३५४, ३६८ देवी पूजा की लोकप्रियता ३३६, इसके ऐतिहासिक अवशेष ३५४, देवियों की मन्दिरों में स्थापना ३३८, ३६८, तीर्थंकरों के साथ देवियों की भी पूजा
SR No.023198
Book TitleJain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohan Chand
PublisherEastern Book Linkers
Publication Year1989
Total Pages720
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy