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________________ हिन्दी में अनुवाद करें1. अम्हे दोणि झाएइत्था । |20. अहं गामि । ठाएमो । 11. ते होइरे । 21. अम्हे वे ण्हाम । 2. अम्हो जेएमु । | 12. ते पान्ति । 22. सो ण्हवेइ । 3. हं ठामि । 13. तुं झासि । 23. अम्ह हवेमो । 4. अम्हे होएमो । | 14. हं पहाअमि । | 24. तुम्हे हरेह । 5. अम्हे दुवे झामु । |15. तुज्झे ठाएइत्था | 25. स बहाएइ । 6. हं होमि । 16. तुम्हे विण्णि 126. हं जामि । 7. हं पामि । नेइत्था । 27. अम्हे वरामो । 8. अहं झाएमि । 17. तुं पाअसे । 28. अम्हे वे जाएमो । 9. सो होइ । | 18. ते चवेइरे । 29. अम्हे दो गाइमु । 10. तुम्हे दुण्णि |19. हं जरेमि । |30. ते सवेइरे । प्राकृत में अनुवाद करें 1. वे दो खड़े हैं। 18. तुम दोनों देते हो । 2. तुम जाते हो । 19. हम सब का च्यवन होता है । 3. वे दो गाते हैं। 20. तुम दोनों खिसकते हो । 4. वे दो खिन्न होते हैं। . 21. तू होता है। 5. वह खड़ा रहता है । 22. तुम सब स्नान करते हो । 6. वह जाता है। 23. हम कुम्हलाते हैं । 7. वह गाता है । 24. वे ध्यान करते हैं | 8. मैं मुरझाता हूँ। 25. हम दो प्रकाशित होते हैं | 9. वह ले जाता है | 26. तुम होते हो। 10. वे दो जाते हैं | 27. तुम दो मुरझाते हो । 11. हम दो पीते हैं। 28. तुम छिपाते हो । 12. वे दो अपहरण करते हैं। 29. हम तैरते हैं । 13. तुम स्नान करते हो । 30. तुम सब गुस्सा करते हो । 14. तुम दो पीते हो । 31. तुम उत्पन्न होते हो । 15. तुम खाते हो। 32. वह चमकता है । 16. वे देते हैं । 33. मैं उत्पन्न होता हूँ। 17. हम दो धारण करते हैं । २२ -
SR No.023125
Book TitleAao Prakrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaykastursuri, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2013
Total Pages326
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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