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________________ पाठ - 1 वर्तमान काल - प्रथम पुरुष प्रथम पुरुष एकवचन और बहुवचन के प्रत्यय (३/१४१-१४४) एकवचन बहुवचन मि (मि, ए)2 मो, मु, म (मस्-महे) 1. व्यअनान्त धातुओं को पुरुषबोधक प्रत्यय के पहले 'अ' प्रत्यय लगता है । (४/२३९) उदा. बोल्ल् अ मि = 2. प्रथम पुरुष के मि प्रत्यय के पहले 'अ' का 'आ' विकल्प से होता है । (३/१४४) उदा. बोल्लामि, बोल्लमि । 3. मो, मु, म प्रत्ययों के पहले 'अ' का 'आ' तथा 'इ' विकल्प से होता है । (३/१५५) उदा. बोल्लामो, बोल्लिमो, बोल्लमो । 4. वर्तमानकाल के आगे बताये जानेवाले दूसरे और तीसरे पुरुष के 'से-ए' प्रत्यय को छोड़कर सभी पुरुषबोधक प्रत्यय के पहले 'अ' का 'ए' होता है । (३/१५८) उदा. बोल्लेमि, बोल्लेमो, बोल्लेमु, बोल्लेम अथवा बोल्लामि, बोल्लामु आदि प्रथम पुरुष के रूप एकवचन बहुवचन भणामि भणिमो, भणिमु, भणिम, भणमि भणामो, भणामु, भणाम, भणेमि भणमो, भणम्, भणम, भणेमो, भणेमु, भणेम. टिप्पणी :- 1. प्राकृत में द्विवचन नहीं होता है, उसके स्थान पर बहुवचन का प्रयोग होता है । यह प्रयोग करते समय दु (द्वि) शब्द का प्रयोग होता है । उदा. अम्हे दोण्णि बोल्लिमो । 2. एकवचन में 'म्हि' और बहवचन में 'म्ह' प्रत्यय का प्रयोग प्राकृत साहित्य में कहीं-कहीं दिखाई देता है । उदा. भगवइ ! महापसाओ, ता एहि गच्छम्ह. (समराइच्च 8 वाँ भव) -
SR No.023125
Book TitleAao Prakrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaykastursuri, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2013
Total Pages326
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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