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________________ 64 आओ संस्कृत सीखें 3. एतद् और तद् के बाद में रहे 'स्' प्रत्यय का व्यंजन पर लोप होता है एष गच्छति । स पठति । 4. द्वि शब्द का प्रयोग द्वि वचन में होता है और एक शब्द का प्रयोग द्वि वचन में नहीं होता है । उदा. द्वौ, एकः, एके । किम् के रूप (पुंलिंग) कः | कम् को कान केन काभ्याम् कस्मै काभ्याम् केभ्यः कस्मात् काभ्याम् केभ्यः कस्य कयोः कस्मिन् केषु इस प्रकार तद्, यद्, एतद् और द्वि के रूप करने चाहिए । केषाम् कयोः अमी । 2. | अमून __अदस् के रूप (पुंलिंग) असौ अमुम् । अमू अमुना अमूभ्याम् अमुष्मै अमूभ्याम् अमुष्मात् अमूभ्याम् । अमुयोः अमुष्मिन् । अमुयोः अमीभिः अमीभ्यः अमीभ्यः अमीषाम् अमीषु अमुष्य अदस् का अम करे और 'सर्व' के अनुसार रूप करना चाहिए उसके बाद 'म्' के बाद के ह्रस्व स्वर का ह्रस्व उ और दीर्घस्वर का दीर्घ 'ऊ' करना
SR No.023123
Book TitleAao Sanskrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2011
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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