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________________ आओ संस्कृत सीखें संस्कृत में अनुवाद करो 1. श्रमण वन जाते हैं । 8. मैं अभी पुस्तक लिखता हूँ | 2. मनुष्य अनाज खाते हैं । 9. हम दोनों पानी पीते हैं । 3. राजा चोरों को मारता है । 10. चोर धन का हरण करते हैं । 4. शिष्य आचार्य को वंदन करता है | 11. मैं उन मित्रों को याद करता हूँ | 5. ब्राह्मण पकाते हैं । 12. वे हमें गिनते नहीं हैं । 6. यहाँ वे पुस्तकें नहीं हैं । 13. रतिलाल आचार्य को पूछता है । 7. आचार्य पूज्य है । 14. कुशल मनुष्य को मैं चाहता हूँ | हिन्दी में अनुवाद करो 1. श्वेतोऽश्चो धावति । 2. सोऽर्चति देवम् । 3. तानहं नेच्छामि । 4. स तं कथयति । 5. तद्वनं दहति । 6. स मां भणति । 7. कमले इह स्तः । 8. मृगाश्चरन्ति । 9. कूर्मस्सरति । 10. स धर्मं चरति । 11. प्रभूतं जलमस्ति । 12. इदानीं वयं युष्माँस्त्यजामः। 13. नृपोऽस्मांस्त्यजति । 14. आवामत्र न वसावः । 15. यूयं ता इच्छथावां न । 16. फले अहं पश्यामि । 17. महिषः कृष्णो भवति । 18. स इह न तिष्ठति । 19. तत्र न गच्छति सः । 20. अहं धर्मं न त्यजामि | 21. तौ गृहे पश्यामि । पाठ-16 तृतीया-चतुर्थी विभक्ति प्रत्यय भ्याम् इन तृतीया : चतुर्थी : पुंलिंग : य भ्याम् बालेन बालाय बालाभ्याम् बालाभ्याम् कमलाभ्याम् कमलाभ्याम् भ्यस् बालैः बालेभ्यः कमलैः कमलेभ्यः नपुंसक लिंग : कमलेन कमलाय
SR No.023123
Book TitleAao Sanskrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2011
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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