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________________ शुचि आओ संस्कृत सीखें --75 : शब्दार्थ इकारांत-पुंलिंग नाम असि = तलवार कपि = बंदर कवि = कवि गिरि = पर्वत नृपति = राजा पाणि = हाथ मुनि = मुनि शान्ति = शांतिनाथ भगवान इकारांत नपुंसक नाम वारि = पानी शुचि = पवित्र (विशेषण) त्रि = तीन (संख्या-बहुवचन) सुरभि = सुगंधी (विशेषण) उकारांत पुंलिंग नाम इन्दु = चंद्र पशु = पशु तरु = वृक्ष मृत्यु = मृत्यु भानु = सूर्य वायु = पवन रिपु = शत्रु शत्रु = शत्रु विष्णु = कृष्ण शिशु = छोटा बच्चा गुरु = गुरु साधु = साधु उकारांत नपुंसक नाम अश्रु = आँसू - तालु = तालु मधु = शहद वसु = धन उकारांत विशेषण नाम साधु = श्रेष्ठ, अच्छा स्वादु = मधुर, मीठश बहु = बहुत मृदु = कोमल, नरम अन्य शब्दों के अर्थ उदय = उदय (पुंलिंग) पर्जन्य = बादल (पुं.) गंध = गंध (पुं.) पादप = वृक्ष (पुं.) दुर्जन = खराब व्यक्ति (पुं.) वज्र = इंद्र का हथियार (पुं.) न्याय = न्याय (पुं.) वात = पवन (पुं)
SR No.023123
Book TitleAao Sanskrit Sikhe Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivlal Nemchand Shah, Vijayratnasensuri
PublisherDivya Sandesh Prakashan
Publication Year2011
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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