SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 492
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 462 हेमचन्द्र के अपभ्रंश सूत्रों की पृष्ठभूमि नाम नाश नववहु-दंसण- नववधू-दर्शन निच्च-395.5 नित्य लालस-401.1 की लालसा निच्छय-358.1, निश्चय नह-333 नख 422.10 नाइ-330.1, 444.3 जैसे निज्जिअ-371,401.2 निर्जित नायग-427.1 नायक निण्णेह-367.5 स्नेह हीन नारायण-402 नारायण निद्द-330.2, 418.1 निद्रा नालिअ-422.15 मूर्ख निरक्खय-418.3 रक्षक विना 'नाव-423.1 नौका निरामय-414.2 निरामय नावइ-331, 444.4 सदृश निरु-344.2 निरंतर नावँ-426.1 निरुवम-रस-401.3 निरुपम-रस Vनास्-432 'निवट्ट-332.1 निवृत्त नाह-360.1, 390, नाथ निवड्-358.2. निपतिति 4233 406.1 नाहिँ-419.6, 422.1 नहिं । 'निवडण -444.3 गिरने का भय Vनि-431.1 देखना (क्रिया) निवस्-422.11 निवास करना निविणि-414.1 नितम्बिनी। (क्रिया) निअत्त-395.3 मुक्त होना "निवह-357.1 समूह (क्रिया) निवाण-419.3 निर्वाण निअ-मुह-कर-349.2 निज-मुख-कर निवारण--395.7 निवारण निअय-धण-441.1 निज-धन निवास-350.1 निवास निअय-बल-354.2 निज-बल निव्वह-360.2 निर्वाह निअय-सर-344.2 अपना बाण निसंक-396.1,401.2 निःशंक निग्गय-331 निकला (क्रिया) निसिअ-330.4 तीक्ष्ण निग्घिण-383.2 निघृण निहाल-376.1 देखना (क्रिया) निच्चट्ट--422.7 गाढ निहि-414.1 निधि निच्चल-436 निश्चल निहित्त-395.2 रखना निच्चिंत-422.20 निश्चिंत निहुअ-401.4 निभृत
SR No.023030
Book TitleHemchandra Ke Apbhramsa Sutro Ki Prushthabhumi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamanath Pandey
PublisherParammitra Prakashan
Publication Year1999
Total Pages524
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy