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________________ ( १० ) धर्म प्रचार में अशोक का सहकार महायान की शुरूआत भारत में बौद्ध धर्म बौद्ध धर्म को विदेशों में फैलने और भारत से निर्वासित होने के कारण भारत के बाहर के प्रदेशों में भी प्रचार क्या आज का बौद्ध धर्म बुद्ध का मूल धर्म है ? शाक्य भिक्षु प्रव्रज्या अनगार बौद्ध भिक्षु के पालनीय नियम बौद्ध भिक्षु का परिग्रह बौद्ध भिक्षु के आचार सम्बन्धी नियम शरीरोपयोगी पदार्थों के प्रयोग में सावधानी बौद्ध भिक्षु की भिक्षाचर्या और भिक्षान्न बौद्ध भिक्षु का हिंसोपदेश ४३६ ४३७ ४३८ ४३६ ४४० ४५१ ४५३ ४५४ ४५६ ४५६ ४६० ४६१ ४६२ ४६४ ४६६ उद्दिष्ट कृत और श्रम गन्ध ४७३ ४७७ ४७८ ४८४ श्रम गन्ध के विषय में बुद्ध और पूरण कश्यप का संवाद ४७५ बुद्ध अपना मन्तव्य प्रकट करते हुए कहते हैं बुद्ध और इनके भिक्षुओं की दान प्रशंसा बौद्ध प्रन्थों के लेखकों की अतिशयोक्तियां बुद्ध का अन्तिम भोजन " सूकर महव" बुद्ध निर्वाण के बाद बौद्ध भिक्षुओं की स्थिति भावी बौद्ध संघ के सम्बन्ध में पुरसथेर की भविष्य वाणी ५०३ समाप्ति मंगल ४६२ ५०१ ५०६
SR No.022991
Book TitleManav Bhojya Mimansa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKalyanvijay Gani
PublisherKalyanvijay Shastra Sangraha Samiti
Publication Year1961
Total Pages556
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size27 MB
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