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________________ | | शुभ् । जागृ । ऋ । मन् । अश् मंसीयास्ताम् अर्यासम् जागर्याः शोभिषीरन् [3] छूपाये। ३५ शोधी ढो : 1. अ या ट्या क्षी क्ष त् - 2. क्रि यु ध्वम् या त स्तम् - 3. व षी स्थाम् रन् या नु नि - 4. ह्या ह्य स्तु त्स स्त तृ - 5. खि ध्वम् तसु त्स्ये त्सी 6. छि युः द्या स्ताम् सुः 7. क्षु या द्या स्तम् म 8. हिं सी स्या स्थाम् स्तम् - 9. भु या स्थाम् क्षी त __ [4] [4] ३५ मोगावो :- [भात्र शीर्थन। ३५ो ४ ०४९॥al.] 1. त्य ज् - द्वि.पु...= ___|6. रुह् - प्र. पु.द्वि.व. = _ 2. जीव् - तृ.५.५.१. = ___7. वप् - द्वि.पु. ५. 4.= 3. ह -प्र.पु.मे.. = ___ 8. यत् - तृ.पु.द्वि.प. = 4. लभ् - द्वि.पु.द्वि.प. = _ 9. शिक्ष् - प्र. पु. ७. 4. = 5. याच् - तृ. . मे.. = __ [5] ३५ पूरो :1. - - - |2. गुह्यासम् – –|3. - - - लङ्घिषीष्ट । श्लिष्यात् _ _ 4. - इष्यास्व 5. सिच्यासम् = = = | स२८ संस्कृतम् - ४ . १६०. पा6-२/१८
SR No.022984
Book TitleSaral Sanskritam Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYashovijay
PublisherDivya Darshan Trust
Publication Year
Total Pages284
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size7 MB
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