SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 105
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Vvvvvvvvvv romanwwwwwwwwwwwwwwmmmmmmmm (९०) नवपद विधि विगेरे संग्रह ॥ ३ सर्वथा नहीं दीधेचु लेवाथी विरमवारूप त्रीजुं महावत ४ सर्वथा मैथुन सेववाथी विरमवारूप चो) महाव्रत. ५ सर्वथा परिग्रहमूर्छाथी विरमवारूप पांचमुं महाव्रत. ६ सर्वथा रात्रिभोजनथी विरमवारूप छटुं महावत. ७ सर्वथा पृथ्वीकायजीवोना रक्षणरूप साधुधर्म८ सर्वथा अप्काय जीवोना रक्षणरूप साधुधर्म, ९ सर्वथा तेउकाय जीवोना रक्षणरूप साधुधर्म. १० सर्वथा वायुकाय जीवोना रक्षणरूप साधुधर्म. ११ सर्वथा वनस्पतिकाय जीवोना रक्षणरूप साधुधर्म. १२सर्वथा बेइंद्रियादित्रसकायजीवोना रक्षणरूप साधुधर्म. १३ सर्वथा स्पर्शेन्द्रियनो विषयनिग्रह करवारूप साधुधर्म. १४ सर्वथा रसनेन्द्रियनो विषयनिग्रह करवारूप साधुधर्म, १५ सर्वथाघ्राणेंन्द्रियनो विषय निग्रह करवारूप साधुधर्म. १६ सर्वथा चक्षुरिन्द्रियनो विषयनिग्रह करवारूप साधुधर्म १७ सर्वथाश्रोत्रेन्द्रियनो विषयनिग्रह करवारूप साधुधर्म. १८ सर्वथा लोभकषायने निग्रह करवारूप साधुधर्म १९ सर्वथा क्रोधने उपशम करवारूपक्षमा धर्मरूप साधुधर्म
SR No.022958
Book TitleNavpadmay Siddhachakra Aradhan Vidhi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayodaysuri
PublisherManeklalbhai Mansukhbhai
Publication Year
Total Pages416
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy