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श्री लब्धि विक्रम स्थूलभद्र पट्टालंकार
कविरल के के 19 बोली के आराधक न. पू. ग्रा. देव श्री कल्पयशसूरीजी म.सा.
स्वाध्याय मद्य व. त. 100 ओली के आराधक प. पू. आ. देव
श्री अमितयशसूरीजी म.सा.
वर्धमान तपोनिधी प्रवर्तक प्रवर 100421 बोली के आराधक
प.पू.मू. श्री कलापूर्ण विजयजी म.सा.