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________________ दोनों में से जो कोई भी शिला के नीचे से निकाल नेमा वही दोनों का स्वामी होगा। ___कुमार की पगडी में सोना बँधा हुआ देख कर चौर के मुंह में पानी भर आया और उसने फौरन उस शर्त को स्वीकार करली । कुमार ने एक बड़ी भारी शिला के नीचे दोनों की पगड़ियों को दवा कर रखदी । सर्व प्रथम उस चौरने पगड़ियों को निकालने की बहुत कौशीश की पर वह न निकाल सका । दूसरों ने भी पगड़ियों को निकालने की कोशीश की पर वे भी असफल रहे तथा चौर और वे हार कर बैठ गये। - उपस्थित मनुष्यों में से एक के पास से कुमार ने कुछ पके हुए आम खरीद कर सबको खाने के लिए बांट दिये । चौर मन में विचार कर रहा था कि यह मनुष्य बड़ा बलवान् मालुम पड़ता है यह मेरी गुफा का दरवाजा खोल सकता है क्योंकि कुमार ने जो दूसरा बड़ा पत्थर उसकी गुफा के मुंह पर लगा दिया था वह चोर से नहीं हिल सका और वह हार कर वहीं आकर कुमार के पास बैठ गया था। बेचारा अपने घर में घुस ने से भी वंचित हो गया था । ...इतने में नायकपुर के रास्ते में से बाजों की आवाज सुनाई पड़ी। सब ने यही कहा कि निश्चय ही राजा
SR No.022727
Book TitleShreechandra Charitra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPurvacharya
PublisherJinharisagarsuri Jain Gyanbhandar
Publication Year1952
Total Pages502
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size29 MB
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