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________________ श्री जयानंदकेवलिचरित्र पुस्तक लेखकसंस्कृत श्री पद्मविजयजी गणि मुनिश्री जयानंदविजयजी : भाषांतर : : द्रव्यसहायक : मुनिश्री जयानंदेविजयजी, मुनिश्री दिव्यानंदविजयजी. मुनिश्री तत्त्वानंदविजयजी आदि ठाणा का सं. २०५८ का चातुर्मास एवं उपधान पालिताना सौधर्मनिवास में एक सद्गृहस्थ ने करवाया । उस समय की साधारण खाते की आय में से । प्रकाशक : गुरु श्रीरामचंद्र प्रकाशन समिति - भीनमाल : संचालक : (१) सुमेरमल केवलजी नाहर - भीनमाल (२) मीलियन ग्रूप - सूराणा (३) श्रीमति सकुदेवी सांकलचंदजी नेतीजी हुकमाणी परिवार - पांथेड़ी (४) शा हस्तिमल लखमीचंद भलाजी नागोत्रा परिवार - बाकरा ( राज० ) : प्राप्तिस्थान : (१) शा देवीचंद छगनलाल : सदर बाजार, भीनमाल - ३४३०२९ (२) शा नागालालजी वजाजी खींवसरा : शांतिविला अपार्टमेन्ट, काजी का मैदान, तीन बत्ती, गोपीपूरा, सुरत. (३) महाविदेह भीनमाल धाम : तलेटी - हस्तगिरि लिंक रोड, पालीताना - ३६४२७०. सं. : २०५८ प्रत : २००० इ. सन् : २००२ भरत ग्राफिकस न्यू मार्केट पांजरापोळ, रिलिफ रोड, अमदावाद - १. फोन : २१३४१७६, २१२४७२३.
SR No.022703
Book TitleJayanand Kevali Charitra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJayanandvijay
PublisherGuru Ramchandra Prakashan Samiti
Publication Year2002
Total Pages194
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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