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________________ २२०/तीर्थंकर चरित्र भगवान् ने छद्मस्थ व केवली पर्याय में कुल बयालीस चातुर्मास किये । भगवान् ने सर्वाधिक चौदह चातुर्मास राजगृह व उसके उपनगर नालंदा में किये। - प्रभु का परिवार० गणधर ० केवलज्ञानी ० मन : पर्यवज्ञानी ० अवधिज्ञानी ० वैक्रिय लब्धिधारी ० चतुर्दश पूर्वी ० चर्चावादी ० साधु ० साध्वी ० श्रावक ० श्राविका एक झलक ० माता ० पिता ० नगरी ० वंश ० गोत्र ११ ७०० ५०० १३०० ७०० ३०० ४०० १४,००० ३६,००० १,५९,००० ३,१८,००० ० चिन्ह ० वर्ण ० शरीर की ऊंचाई ० यक्ष ० यक्षिणी ० कुमार काल ० राज्य काल ० छद्मस्थ काल ० कुल दीक्षा पर्याय ० आयुष्य त्रिशला सिद्धार्थ क्षत्रियकुंड इक्ष्वाकु काश्यप सिंह सुवर्ण ७ हाथ मातंग सिद्धायिका ३० वर्ष नहीं १२ वर्ष ६ मास १५ दिन ४२ वर्ष ७२ वर्ष
SR No.022697
Book TitleTirthankar Charitra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSumermal Muni
PublisherSumermal Muni
Publication Year1995
Total Pages242
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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