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________________ [२०] केउ अं, पडिगहो, संसार पडिगग्गैहो, नंदावतं, मणुस्सावत्तं । सेत्तं मणुस्ससेणिआ. परिकम्मे ॥ २॥ . सेकिंतं पुटुसेणिआ परिकम्मे । पुट्टसेणिआ .. परिकम्मे एक्कारस्सविहे. पन्नत्ते तं जहा-पाढोआभास पोई, केउ अं, रासिबद्ध, एगणं, दुगुणं, तिर्गुणं, केउ अं, पडिग्गहो, संसार पडिग्गहो, नंदावतं, पुट्टावतं । सेत्तं पुट्ठसणिआ परिकम्मे ॥ ३ ॥ . - सेकिंतं ओगाढसेणिआ परिकम्मे । ओगाढसेणिआ परिकम्मे एक्कारस्सविहे, पन्नत्ते तं जहापाढोआभासपर्यो ई, केउ यं, रासिबैड, एगर्गुणं, दुगुणं, तिर्गुणं, केउ अं, पडिग्गहो, संसार पडिग्गहो, नंदावतं, ओगाढावत्तं । सेत्तं ओगाढ सेणिअं परिकम्मे ॥ ४ ॥ . सेकिंतं उपसंपज्जण सेणिआ परिकम्मे । उपसंपज्जण सेणिआ परिकम्मे एक्कारस्सविह पन्नत्ते तं जहा-पाढोआभासपोई, केउ अं, रासिवर्ड, एगगुणं, दुगुणं, तिगुंणं, केउ अं, पडिग्गहो, संसार पडिग्गहो, नंदवित्तं, उपसंपज्जणावतं । सेत्तं उपसंपजण सेणिआ परिकम्मे ॥५॥ . सेकिंतं विप्पज्जहण सेणिआ परिकम्मे । विप्पजहण सेणिआ परिकम्मे एक्कारस्स विहे पन्नत्ते तं जहा-पाढोआभासपंयाई, केउ अं, रासिरह, एगर्गुणं, दुगुणं, तिगुणं, केउ अं, पडिग्नहो, संसार
SR No.022611
Book TitleNandisutra Mahatmya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundar
PublisherShah Maneklal Anupchand
Publication Year1923
Total Pages60
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_nandisutra
File Size6 MB
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