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________________ ३४ कप्पसूत्तं ५. १५. नो कप्पइ निग्गन्थीए एगाणियाए होत्तए. १६. नो कप्पइ निग्गन्थीए एगाणियाए गाहावइकुलं भत्ता वा पाणाए वा निक्खमित्त वा विसित्तए वा. १७. नो कप्पइ निग्गन्धीए एगणियाए बहिया विचारभूमिं वा विहारभूमिं वा निक्खमित्तए वा पविसित्तए वा. १८. नो कप्पइ निग्गन्धीए एगाणियाए गामाणुगामं दूइज्जित्तए. १९. नो कप्पइ निग्गन्थीए अचेलियाए होतए. २०. नो कप्पइ निग्गन्थीए अपाइयाए होत. २१. नो कम्पइ निग्गन्थीए वोस काइया होत. २२. नो कप्पइ निग्गन्थीए बहिया गामस्स वा जाव संनिवेसस्स वा उ बाहाओ पगिज्झिय २ सूराभिमुहाए एगपाइयाए ठच्चा आयावणाए आयावेत्तए. २३. कप्पइ से उवस्सयस अन्तो वगडाए संघाडि पविद्धा समतलपाइयाए रिचा आयावणार आयावेत्तए. २४. नो कप्पइ निग्गन्थीए ठाणाइयार होत. २५. नो कप्पइ निग्गन्थीए पडिमट्ठाविया होत्तए. २६. नो कप्पइ निग्गन्थीए टाणुकडियासणियाए होत्तए. २७. नो कपs निग्गन्थीए नेसज्जियार होत्तए.
SR No.022571
Book TitleKappasuttam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorWalther Schubring
PublisherJivraj Chellabhai Doshi
Publication Year1911
Total Pages58
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bruhatkalpa
File Size4 MB
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