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________________ ( २२ ) का० का० ___ श्लो. १६५ < .mmm २०४ १०२ < २१६ < 'श० काश्मरी काश्मया काश्मीर काश्मीरी काष्ठा काष्ठा काष्ठिका कास कास कासि कासी काहल काहला किंवदन्ति किंवदन्ती । ३२१ २०८ २४२ २४२ جس س < < १४९ < श्लो०- श० १६४ - किम् ---- किमुत किमूत किर किरात किरातक किरि किरीट २७५ किर्मिर किर्मीर किल किलाट ११४ किलाटा किलाटी १०४ किल्विष १४६ किसलय कीम् ३५५ कीम् ३५५ कीर्ण ३५४ कील ३५५ कील कीला ve ३०५ ... किंशुक < किसल १४६ १३१ १३२ ११० ११७ < << www cccmm<<<Momwwwwwww < ११४ < < ११४ < ३५४ ३५४ किंसुक किंस्वित् किकि किकिदिवि किकिदीवि किकी किकीदिवि किकीदिवी किङ्कणी किङ्करात किङ्किणि किङ्किणी किङ्किराट किञ्चन किञ्चित् किन्चुलक किन्चुलुक < १८२ १८२ कुकुन्दुर कुक्कट < २१६ १४५ २१६ २१६ कुक्कर ३१५ १७९ १७९ १७८ < १४६ कुक्षि कुच १०२ कुङ्कण २७८ ४ < १२४ ३३२ ४ कुञ्ज कुट २७८
SR No.022561
Book TitleMallinatha Charitra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHargovinddas Pt Becharas Pt
PublisherHarshchand Bhurabhai
Publication Year1914
Total Pages568
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size27 MB
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