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________________ २१४२ HAMARRRRRRRRRRRRRRRRRRRRRRRRRRRRRRR ५६. शासनप्रभावक प्राचार्य श्री विजय सेन सूरि जी ६०. देवसूरगच्छभूषण प्राचार्य श्री विजय देव सूरि जी २१७३ ६१. शासन शणगार प्राचार्य श्री विजय सिंह सूरि जी (द्वितीय) २१७६ ६२. पंन्यास श्री सत्य विजय जी गणि २२२६ ६३. पंन्यास श्री कर्पूर विजय जी गरिण २२४५ ६४. पंन्यास श्री क्षमा विजय जी गणि २२५६ ६५. पंन्यास श्री जिन विजय जी गणि २२६६ ६६. पंन्यास श्री उत्तम विजय जी गरिण २२६७ ६७. पंन्यास श्री पद्म विजय जी गणि २३३२ ६८. पंन्यास श्री रूप विजय जी गणि २३७५ ६६. पंन्यास श्री कीर्ति विजय जी गणि २३८५ ७०. पंन्यास श्री कस्तूर विजय जी गरिण २३६० ७१. पंन्यास श्री मरिण विजय जी गणि २४०५ ७२. पंन्यास श्री बुद्धि विजय जी गरिण २४०८ ७३. पूज्य श्री वृद्धि विजय जी महाराज २४१६ ७४. शासनसम्राट् प्राचार्य श्री विजय नेमि सूरि जी वि.सं. २००५ ७५. साहित्यसम्राट प्राचार्य श्री विजय लावण्य सूरि जी वि.सं. २०२६ ७६. संयमसम्राट प्राचार्य श्री विजय दक्ष सूरि जी वि.सं. २०४८ ७७. जैनधर्म दिवाकर प्राचार्य श्री विजय सुशील सूरि जी SARPAN
SR No.022534
Book TitleTattvarthadhigam Sutraam Tasyopari Subodhika Tika Tatha Hindi Vivechanamrut Part 05 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaysushilsuri
PublisherSushil Sahitya Prakashan Samiti
Publication Year1998
Total Pages264
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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