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________________ OCOCO XONOMooooooocomotox अवश्य पढ़ें । WHETHER ॐ ह्री श्री नमो नाणस्स पढ़कर ज्ञान प्राप्त करें। KEE सर्वजनहिताय सर्वजनसुखाय की सत्प्रेरणा से प्रकाशित मानव जीवन में आध्यात्मिक चेतना का सजग प्रहरी जीवन में सुसंस्कारों की सौरभ प्रवाहित करने वाला हिन्दी मासिक पत्र सुशील-सन्देश प्रेरक: ar RTRNET (स्थापित सन् 1987) aaNRVER ENTENTINE सम्पादक: नैनमल विनयचन्द्र सुराणा परम पूज्य आचार्य भगवन्त श्रीमद् विजय सिरोही (राज.) रजी महाराज साहब के शिष्यरत्न प्रकाशक: पूज्य पंन्यासप्रवर श्री जिनोत्तम विजयजी गणिवर्य महाराज सुशील फाउण्डेशन (रजि.) सुशील-सन्देश में आप क्या पढ़ेंगे ? मजीवन में गुनगुनाहट कराने वाले गीत-संगीत-कविता :काव्यकुञ्ज म जैन संस्कृति की गौरव गाथा गाने वाली मधर शिक्षाप्रद कहानियाँ : पढ़ो और पाओ म जैन तत्त्वज्ञान की विशद जानकारी हेतु स्वाध्याय प्रश्नोत्तरी : समाधान के आयाम प्रसुवचनों का अपूर्व संग्रह : अनमोल मोती म ज्ञान के साथ में विविध-चुटकुलों का संग्रह : आओ आनन्द करें म प्रकाशित पुस्तक-ग्रन्थों की समीक्षात्मक टिप्पणी -: साहित्य समीक्षा म विविध शासन-प्रभावना के अनुमोदनीय समाचार :धन्य जिनशासन म पाठकों के विविध विचार प्रतिक्रिया-मत-सम्मत इन स्थाई स्थम्भों के अतिरिक्त विविध लेख, ऐतिहासिक कथाएं, जीवन निर्माण के उपयोगी लेख, तीर्थ महिमा. स्वास्थ्य चिंतन पर लेख आदि का प्रकाशन होता है। सुशील-सन्देश के 6 वर्ष में 15 भव्य विशेषांक प्रकाशित हुए है। ARKARMARAARAARAARAARAMARRERNARMAR.NORAR PRA सदस्यता शुल्क: कार्यालय व सम्पर्क-सूत्र एक वर्ष : 111/- रूपये सुशील सन्देश प्रकाशन मन्दिर पाँच वर्ष :411/- रुपये सुराणा कुटीर, रूपाखान मार्ग आजीवन :711/- रुपये पुराने बस स्टेण्ड के पास, आजीवन स्थाई स्थम्भ- 1511/- रुपये सिरोही-307001 (राज.) AyyyyyyBETEENERAमासागर रान Ram mORMATION -विनीत कार्यालय .सुशील फाउण्डेशन संघवी श्री जौहरीलाल . संघवी श्री जौहरीलाल जी सुरेन्द्र कुमार पटवा, जैतारण सुरेन्द्र कुमार पटवा शा. बाबु भाई पूनमचंद जी, जावाल (ऊझा) मु.पो. जैतारण शा.सुखराज कपुरचंद जी, अगवरी (बम्बई) जि. पाली (राज.) शा. हनवन्तचन्द जी मेहता, पाली शा. किशोरचंद मीठालाल जी (जालोर वाला) पाली GOK Tran RAN
SR No.022532
Book TitleTattvarthadhigam Sutraam Tasyopari Subodhika Tikat tatha Hindi Vivechanamrut Part 01 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaysushilsuri
PublisherSushil Sahitya Prakashan Samiti
Publication Year1994
Total Pages166
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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