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________________ विषयानुक्रम । विषय पृष्ठाङ्कसामान्यप्रमाणका विचार .... सांव्यवहारिक प्रत्यक्षका स्वरूप .... पारमार्थिक प्रत्यक्षका स्वरूप . .... सर्वज्ञ, और ईश्वर सम्बंधी विचार परोक्ष प्रमाणका प्रारम्भ, और स्मरणकी प्रमाणता विषयक चर्चा ... .... प्रत्यभिज्ञान और तर्क प्रमाण ... अनुमान प्रमाणका प्रारम्भ स्वार्थ, व परार्थ अनुमानका स्वरूप प्रतिज्ञा वगैरह पञ्चावयव वाक्य हेत्वाभासका प्रकाश.... नैयायिक वगैरहके माने हुए, अधिक हेत्वाभास सम्बन्धी समालोचना .... १४ आगम प्रमाणकी शुरूआत,और शब्दकी पौद्गलिकत्वसिद्धि १७ सप्तभङ्गीकी शिक्षा .... ... .... प्रमाणका प्रयोजन .... . प्रमाणके विषयका प्रदर्शन नयतत्त्वका शिक्षण .... एक एक नयसे निकले हुए दर्शनान्तर, और सर्व नयात्मक जैनदर्शन प्रमाताका परिचय .... पादकी पहचान
SR No.022484
Book TitleNyayashiksha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNyayavijay
PublisherVidyavijay Printing Press
Publication Year
Total Pages48
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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