SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 167
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (१५) वि० सं० २०२७ फाल्गुन शुक्ला-४ श्री जैसलमेर नगर के प्राचीन श्री पार्श्वनाथजिन मन्दिर में मूलनायक श्री पार्श्वनाथ भगवान् आदि जिनबिम्बों की प्रतिष्ठा। (१६) वि० सं० २०२७ वैशाख शुक्ला-८ जोधपुर (मारवाड़) राजस्थान । श्री भरुबाग तीर्थ में श्री सीमन्धरस्वामी-युगमन्धर स्वामी बाहुस्वामी-सुबाहुस्वामी प्रादि ११ जिन बिम्बों की प्रतिष्ठा। (१७) वि० सं० २०२७ ज्येष्ठ शक्का-१० नांदारणातीर्थ (मारवाड़) राजस्थान । श्री नांदारणा तीर्थ के दो मंजिल के जिन मन्दिर में निचे में नूतन मूलनायक श्री मुनिसुव्रत स्वामी जिन बिम्बों की तथा उपर में प्राचीन मूलनायक श्री शान्तिनाथ भगवान् की प्रतिष्ठा। (१८) वि० सं० २०२८ वैशाख शुक्ला-५ रानी स्टेशन पर आमूलचूल जीर्णोद्धार किये हुए दो मंजिल के श्री शान्तिनाथ जिन मन्दिर में मूल नायक । श्री शान्तिनाथ भगवान् आदि १२ जिनबिम्बों की प्रतिष्ठा। (१६) वि० सं० २०२६ मागशर शुक्ला-१० लकडवास (मेवाड़) राजस्थान । लकड़वास ग्राम का मन्दिर में मूलनायक श्री शान्तिनाथ भगवान् आदि जिनबिम्बों की प्रतिष्ठा। वि० सं० २०२६ माघ शुक्ला-५ (वसन्त पंचमी) बिलाड़ा (मारवाड़) राजस्थान । बिलाड़ा नगर में अञ्जनशलाका तथा मूलनायक श्रीविमलनाथ भगवान् आदि जिनबिम्बों की प्रतिष्ठा। (२०)
SR No.022428
Book TitleShaddarshan Darpanam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaysushilsuri
PublisherGyanopasak Samiti
Publication Year1976
Total Pages174
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy