SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 164
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 5555555555555555555555555555 परमशासनप्रभावक में पूज्यपाद् आचार्यदेव श्रीमविजयी सुशीलसूरीश्वरजी म० सा० के वरद हस्ते की गई अञ्जनशलाका तथा प्रतिष्ठादि की क्रमशः नोंध [वि० सं० १६१६ से २०३२ तक की ] (१) वि० सं० १९१९ नैशाख शुक्ला-६ • अन्दोर [मारवाड़] राजस्थान । अन्दोर ग्राम के जिन मन्दिर में मूल नायक श्रीपार्श्वनाथप्रादि जिनबिम्बों की प्रतिष्ठा। वि० सं० २०२० ज्येष्ठ शुक्लागूढा बालोतान् [मारवाड़] राजस्थान । गूढा ग्राम में श्री ऋषभदेव भगवान् के चरण पादुका की प्रतिष्ठा दादावाड़ी में। वि० सं० २०२२ पैशाख शुक्ला-५ सादड़ी (मारवाड़)-राजस्थान । सादड़ी में श्री चिन्तामरिण पार्श्वनाथ जिन मन्दिर में तथा नूतन बनी हुई चोवीश देरी में १५१ जिनबिम्बों की प्रतिष्ठा।
SR No.022428
Book TitleShaddarshan Darpanam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijaysushilsuri
PublisherGyanopasak Samiti
Publication Year1976
Total Pages174
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy