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________________ भौगोलिक नाम सूची ५३६ रोरुकपुर ( पृ० ५९ ) इसका दूसरा नाम मायापुरी था। सोमदेवने इसे इन्द्रकच्छ देशमें बतलाया है। वलमीपुरी ( १० १३१ )- यह सौराष्ट्र देशके मैतकोंकी राजधानी थी। भावनगरसे उत्तर पश्चिममें लगभग बीस मीलपर 'बल' नामसे उसके अवशेष मिलते हैं। वाराणसी ( पृ० २३,१९४ ) - काशीदेशमें स्थित वाराणसी नगरी, जो आज भी प्रसिद्ध नगर है। विजयपुर (१०५०)- यह मध्यप्रदेशमें था। विशाला ( पृ० ९५,१५७ ) - उज्जयिनीका एक नाम । शंखपुर ( पृ० ५६ ) - सम्भवतया यह अयोध्यासे अधिक दूर नहीं था। क्योंकि कथामें लिखा है कि अनन्तमतीको शंखपुरके निकट स्थित पर्वतके पास छोड़ा गया था और वहाँसे उसे एक वणिक अयोध्या ले आया था। सिप्रा (१० १५५)-सिप्रा नदी अवन्ति देशमें उज्जयिनीके निकट बहती है। सिरीषग्राम (पृ० १५५ ) - अवन्तिदेशमें सिप्रा नदीके निकटका एक गांव । सिंहपुर (पृ० १६७,१६९)- यह प्रयागदेशमें था। चीनी यात्री युवानच्चांगने भी सिंहपुरका उल्लेख किया है। सुराष्ट्रदेश (१० ७२ ) - वर्तमान सौराष्ट्रप्रदेश जिसे काठियावाड़ भी कहते हैं । सुवर्णद्वीप (पृ० १६९ ) - वर्तमानमें इसे सुमात्रा कहते हैं । सोपारपुर ( पृ० ८५ ) - सोमदेवने इसे मगधदेशमें बतलाया है। सौमनसवन - पृ० ५१ । स्वस्तिमतीपुरी ( पृ० १८१)- सोमदेवने इसे डहालामें बतलाया है । चेदिराज्यको उहाला कहते थे। हस्तिनागपुर - पृ० ३९,९८,९९,१००,१०१,१७७ । हिमवत् ( पर्वत ) - पृ० ५२। हेमपुर - पृ० ८६ ।
SR No.022417
Book TitleUpasakadhyayan
Original Sutra AuthorSomdevsuri
AuthorKailashchandra Shastri
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year2013
Total Pages664
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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