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• 'द्रव्य-गु-पायनो रास' तथा 'द्रव्यानुयोग५२रामश' व्यायाम विला पहार्थोनी याही . 111 क्षायोपशमिक भाव देखिए भाव
गीतार्थमिश्र विहार देखिए विहार क्षिप्त चित्त देखिए चित्त गीतार्थ विहार देखिए विहार क्षेप देखिए दोष (आध्यात्मिक) गुण (अष्टक) खंडशःशक्ति देखिए वृत्ति (नैयायिकसम्मत) | (१) अद्वेष १५४,२४०५,२४२१,२४८९,२५२७
(२) शक्ति (२) जिज्ञासा १५४,२४०६,२४२१,२४८९,२५२७ खल २३९४-९६ (३) तत्त्वमीमांसा
२४४२ खेद देखिए दोष (आध्यात्मिक) (४) प्रतिपत्ति
२४६० गणितानुयोग देखिए अनुयोग (५) प्रवृत्ति
२४७१ गति-अगति अनेकांत देखिए अनेकांत
(६) शुश्रूषा
२४२१,२४८९,२५२७ गतिहेतुता देखिए गुण प्रकार (१) विशेष गुण | (७) श्रवण
२४२१,२५२७ गदाधरमत समीक्षा देखिए समीक्षा
(८) सूक्ष्म बोध
२४३३ गन्ध देखिए गुण प्रकार (१) विशेष गुण | गुण (आध्यात्मिक) गर अनुष्ठान देखिए अनुष्ठान
(१) अपुनबंधकगुण
२४०४ २३१६ (२) देशविरतिगुण
२४३९ गर्दा (निन्दा) देखिए दोष
(३) भवाभिनंदीगुण (लक्षण)
२४०४ (रत्नत्रयसंबंधी) (४) सम्यग्दृष्टिगुण (लक्षण) २४२८-३० गाढ मिथ्यात्व देखिए मिथ्यात्व
(५) सर्वविरतिगुण
२४५४-५५ गीतलक्षण
देखिए लक्षण गुण (विविध) गीतार्थ २२७६, २५९३, २५९४ (१) तमोगुण
२३९९-२४०० (१) गीतार्थ (आध्यात्मिक परिभाषा) । (२) रजोगुण
२३९९-२४०० (1) जघन्यगीतार्थ २४८९-९०,२५३३ (३) सत्त्वगुण
२४०६ (II) मध्यमगीतार्थ २४८९-९० । गुण (शक्तिरूप)
१७२-१७३,१८१ (II) उत्कृष्टगीतार्थ २४८९-९०,२५६३ | गुण (षोडशकवृत्ति परिभाषा) (२) गीतार्थ (चरण-करणानुयोग) ७३ (१) विशेष गुण (I) जघन्यगीतार्थ
७३ (२) सामान्य गुण
२२२५ (II) मध्यमगीतार्थ
|गुण (द्विविध) (III) उत्कृष्टगीतार्थ ७३,२२८०-२२८२ (१) निरुपाधिक गुण (३) गीतार्थ (द्रव्यानुयोग) ७४ (२) सोपाधिक गुण
९१०-९११ (1) जघन्यगीतार्थ
७४ गुण-गुण आरोप देखिए आरोप (+उपचार) (II) मध्यमगीतार्थ
गुण-गुण उपचार देखिए उपनय (III) उत्कृष्टगीतार्थ ७४,२२८०-२२८२
(२) असद्भूत व्यवहार गीतार्थभेद देखिए भेद (प्रकार) गुण-गुणउपचार देखिए उपचार (+आरोप)
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