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________________ काललोक 339 २० होते हैं। २२. ८४ लाख त्रुटित से एक अडडांग है। अडडांग में ४१८२११६४२४ अंक दस और बिन्दु २५ होते हैं। २३. ८४ लाख अडडांग से एक अडड होता है । अडड में ३५१२६८०३१६१६ अंक बारह और बिन्दु ३० है। २४. ८४ लाख अडड से एक अववांग है। अववांग में ३५१२६८०३१६१६ अंक चौदह और बिन्दु ३५ है । २५. ८४ लाख अववांग से एक अवव है। एक अवव में २४७८७५८६११०८२४६६ अंक सोलह और बिन्दु ४० है। २६. ८४ लाख अवव से एक हूहूकांग होता है। एक २०८२१५७४८५३०६२६६६४ अंक पन्द्रह और बिन्दु ४५ है । हूहूकांग में २७. ८४ लाख हूहूकांग से एक हूहूक होता है। एक हूहूक में १७४६०१२२८७६५६८०६ १७७६ अंक बीस और बिन्दु ५० है । २८. ८४ लाख हूहूक से एक उत्पलांग होता है। एक उत्पलांग में १४६६१७०३२१६३४२३६ ७०६१८४ अंक बाईस और बिन्दु ५५ है । २६. ८४ लाख उत्पलांग से एक उत्पल होता है। एक उत्पल में १२३४१०३०७०१७२७६ १३५५७१४५६ अंक चौबीस और बिन्दु ६० है । ३०. ८४ लाख उत्पल से एक पद्मांग होता है। एक पद्मांग में १०३६६४६५७८६४५११६५ ३८८० ०२३०४ अंक छब्बीस और बिन्दु ६५ है । ३१. ८४ लाख पद्मांग से एक पद्म होता है। एक पद्म में ८७०७८३१२६३१३६००४१२ ५६२१ ६३५३६ अंक सत्ताईस और बिन्दु ७० है । ३२. ८४ लाख पद्म से एक नलिनांग होता है। एक नलिनांग में ७३१४५७८२६१०३६७६३ ४६५७७४४२५७०२४ अंक उनतीस और बिन्दु ७५ है । ३३. ८४ लाख नलिनांग से एक नलिन, जिसमें ६१४४२४५७३६२७०८८१३ ११२५०५१७५६००१६ अंक इकतीस और बिन्दु ८० है । ३४. ८४ लाख नलिन से एक अर्थनिपूरांग, जिसमें ५१६११६६४२०६८७५४०३०१४५०४ ३४७७५६१३४४ अंक तैंतीस और बिन्दु ८५ है । ३५. ८४ लाख अर्थनिपूरांग से एक अर्थनिपूर, जिसमें ४३३५३७६७६३६२६५३३८५
SR No.022332
Book TitleLokprakash Ka Samikshatmak Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHemlata Jain
PublisherL D Institute of Indology
Publication Year2014
Total Pages422
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size36 MB
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