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________________ २९८ नवतत्त्वसंग्रहः २२ ८ वेदे ७ वा ४ वेदे वेदना(नीय) कर्म वा →आहारी २३ / उदीरणा | ८,७,६, आयु ८,७,६ ८,७,६ ६,५, आयु । ५ वा २ वेदनीय वेदनीय, मोह || अनुदीरक वर्जी वर्जा २४ | उपसंपत्ति | सामायिक | छेदो० छोडी | परि० छोडी | सूक्ष्म० छोडी | यथा० छोडी त्याग छोडी छेदो० १, | सा० १, प० २ | छे० १, असंयम | सा० १, छे० २, सू० १, असं सू० २, असंयम | सू० ३, असंयम | २, ए २ आदरे | यथा० ३, | यम २ सिद्धि ३, संयमासं- | ४, असंयमासं असंयम ४, ए | गति ३ आदरे यम ४ आदरे | यम ५ आदरे ४ आदरे संज्ञा ४ संज्ञा, नो- | सामायिकवत् | सामायिकवत् / नोसंज्ञोपयुक्त | नोसंज्ञोपयुक्त संज्ञोपयुक्त वा आहार आहारी आहारी आहारी आहारी, अनाहारी वा भव केते | ज० १, उ० | ज० १, उ० | ज० १, उ० | ज० १, उ० | ज०१, उ० करे? | ८ | ८ | ३ | आकर्ष एक ज० १, उ० ज०१, उ० | ज० १, उ० | । ज० १, उ० | ज० १, उ० भव आश्री पृथक्त्व शत २० आकर्ष नाना| ज० २, उ० | ज० २, उ० ज० २, उ० | ज० २, उ० | ज० २, उ० भव आश्री नवसेसे उप- ७ वेला रांत, हजारके हेठे २९ | स्थिति | ज० १ समय, | सामायिकवत् | ज० १ समय, | ज० १ समय, | ज० १ समय, एक जीव | उ० नव वर्ष उ० २९ वर्ष | उ० अंतर्मुहूर्त | उ० देश ऊन ___ आश्री | ऊन पूर्व कोड ऊन पूर्व कोड पूर्व कोटि स्थिति घणा सर्वाद्धा ज० २५० | ज० देश ऊन | ज० १ समय, | सर्वाद्धा आश्री वर्ष, उ० ५० | २०० वर्ष, उ० | उ० अंतर्मुहूर्त लाख कोडि | देश ऊन दो सागरोपम ३० । अंतर | ज० अंतर्मुहूर्त एक जीव | उ० अनंत काल, आश्री
SR No.022331
Book TitleNavtattva Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayanandsuri, Sanyamkirtivijay
PublisherSamyagyan Pracharak Samiti
Publication Year2013
Total Pages546
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size14 MB
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