SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 438
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (४१८) + सिद्धान्तसार. नंना पाणीना घमा पमया होय तथा श्राखी रात अग्नि के दीवो बसतो होय तेवी जग्यामां हाथनी रेखा सुकाय तेटलो वार पण न रहेQ; पण गवेषणा करतां क्यांय जग्या न मले तो बे रात रेहेवं कल्पे; अने जो ते उपरान्त रहे तो जेटला दीवस रहे तेटला दीवसर्नु बेद प्रायश्चित आवे कडं ले. तेम लामु प्रमुख पमया होय ते जग्यामां पण एक बे रात रहेवार्नु केहेवू जोइए; पण जगवंते तो महीनो रहेQ का ते कमाम वास उघामवू कटपे डे माटेज कांडे; अने जो कोग माटलां प्रमुखमां घालीने मोंढां बुरी दीधां होय तथा मोहोर बाप करी दीधी होय तो चोमासे पण रहे कल्पे कयुं . आ सूत्रना न्याय जोतां प्रजुनी कमाम वासवा उघामवान श्राझा डे; अने जे प्रजुनां वचन उलंघीने कमाम वास नघाम उत्थापे ने ते पोतानी मती कल्पनाए करी नत्थापे . वली उत्तराध्ययना पहेला अध्ययननी पांत्रीसमी गाथामां चारे दिशाए कमामादिके करी ढांकेली जग्यामां आहार करवो कह्यो बे. वली तेरापंथी कहे जे के “ साधुजीए पमिकमणामां कमामनो थोमोए संघटो को होय तथा गोचरीमा श्रधखांगुं कमाम नघामयु होय तेनुं (मछामि दुक्क थापे डे." एम श्रावश्यक सूत्रनुं नाम लक्ष नोला लोकोने बेहेकावे . ते श्रावश्यक सूत्रनो पाठःपमिकमामि गोयरियाए निकायरियाए उघामकम्माम न. ग्घामणाए साणा वडा दारा संघ णाए ॥ अर्थः-40 निवर्तुं बुं, अतिचारने बालोवू बु, गो गायनी परे चर्या ते धर्म गोचर ए परने पोमा रहित थोमो थोमो आहार लेतां निक निक्षा मागीने श्राहार ज० अर्ध कमाममा पेसतां थकां, उपयोग विना गाढे शब्दे चुचुं करतुं ठेलाने उघामयुं होय तथा उ० सर्व गाढे सुरे बोलतं कमाम नघामतां अजयणा कीधी होय सा० कुतरां व० वाजमा दा बाबीकानो संग संघटो थयो होय तो. नावार्थ:-हवे जुई ! श्हां तो एम कडं ने के, गोचरीमां गयां
SR No.022232
Book TitleSiddhant Sar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGambhirmal Hemraj Mehta
PublisherGambhirmal Hemraj Mehta
Publication Year1908
Total Pages534
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy