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________________ विषय विवरण के मङ्गलश्लोक का विशेषार्थ प्रकरण का उपोद्घात वचनविभाग में निष्णात ही वाग्गुप्ति का अधिकारी वचनविभाग में अकुशल का मौन अकिञ्चित्कर अवसरोचित वचनप्रयोग न करने पर दोष यह प्रकरण मोक्षप्रयोजक प्रतिज्ञा की आवश्यक्ता शिष्टत्वनिरुक्तिः शिष्टाचारपालन मङ्गल का प्रयोजन नहीं है- पूर्वपक्ष बदरीनाथशुक्लवचनसमीक्षा मङ्गलजन्य अपूर्व की कल्पना अप्रामाणिक - पूर्वपक्ष जारी समाप्तिपदार्थप्रकाशनम् शिष्टाचारपालन भी मोक्ष का प्रयोजन - उत्तरपक्ष अपूर्व मङ्गल का कार्य है. उपक्रमोपसंहारविरोधपरिहारप्रकारः प्रकरणकार का प्रयोजन भाषापद के निक्षेप नोआगमतः द्रव्यभाषा निक्षेपसमुच्चयनिरूपणम् . हारिभद्रवृत्ति-भाष्य-विवरणविरोधपरिहार प्रदर्शनम् . प्रयत्न-सप्तम्यर्थनिरूपणम् विपरिणत अनुषङ्ग .. ग्रहण- निसरण - पराघात द्रव्यभाषा निरूपण चूर्णिवृत्त्योरुभयोः प्रामाण्यम् . भाषाद्रव्यविषयक द्रव्यादि चतुष्कविचार. भाषाजघन्यस्थितिमीमांसा भाषाद्रव्य में स्पर्शविचार न्यायलीलावती- भूषण-प्रशस्तपादभाष्यचिन्तामणि- मुक्तावलीकार-प्रभृतिमतनिरासः मुक्तावलीमञ्जूषा-चिन्तामणिकार भर्तृहरिमतापाकरणम् . विषयमार्गदर्शिका पृष्ठ २ विषय ३ भाषाद्रव्य के स्पर्श की मात्रा षट्स्थानपतित है. जीव स्पृष्ट आदि भाषाद्रव्यों का ग्रहण करता है स्वावगाहक्षेत्रस्थित भाषाद्रव्य का ग्रहण ४ ५ आनुपूर्वीस्वरूपविमर्शः ५ ७ ७ ८ ८ ९ १० ११ .१२ १३ .१४ १४ १४ १५ .१५ .१५ .१६ .१६ .१६ १८ १८ २१ .२० २२ .२२ शब्दे द्रव्यत्वसिद्धिः . ..२३ शब्दे स्पर्शमीमांसायामागमादिविरोधपरिहार- प्रकाशनम् २४ भाषा में स्पर्शसंख्याविचारः .२३ भाषाद्रव्यनिसरणे विचारविशेषः भिन्न निसरण भाषाद्रव्यों कि लोकव्यापिता अभिन्न भाषाद्रव्यस्वरूप. भेद के पाँच प्रकार सङ्गतिफलप्रदर्शनम् श्रुतसागरमतनिकन्दनम् खण्डभेद आदि का लक्षण भेदलक्षणप्रदर्शनम् खण्डभेद आदि के दृष्टान्त ३८ भेदपर्यायस्वीकारपक्ष में भाषा द्रव्य का नाश नहीं है....३९ खण्डघटोत्पादविचारः .३६ विशिष्टद्रव्यनाश सामान्यद्रव्य का विरोधी नहीं - स्याद्वादी छिद्रघटरूप नवीनद्रव्य के उत्पाद में दोषों की परम्परा .४१ सछिद्रघट की सामग्री भिन्न है - नैयायिक .४२ सछिद्रघट की सामग्री घटसामग्री से भिन्न स्याद्वादी.... ४२ द्रव्यानाशकतानिरूपणम् . .४२ सछिद्र घट की सामग्री अलग मानने पर व्यवहार का अपलाप भेदविशेषरूप से भेद द्रव्यनाशक है- स्याद्वादी भिन्न भाषाद्रव्यों में परस्पर अल्पबहुत्व पराघात द्रव्यभाषा आवश्यकनिर्युक्ति की साख. ग्रहणादिभाषा द्रव्यप्राधान्यविवक्षा से द्रव्यभाषा है द्वाभ्यां समयाभ्यां भाषते भाषां - सिद्धान्त का विरोध वचोयोगप्रभवा भाषा - सिद्धान्त का विरोध भाष्यमाणा भाषा- सिद्धान्त का विरोध पृष्ठ .२५ .२७ २८ .२९ .३१ .३३ .३४ .३६ .३४ .३५ .३६ .३६ द्रव्यभाषालक्षणम् . उद्देश्यविधेयभावविचारः भाष्यमाणा भाषा प्रयोग समीचीन है. (xvii) ४० .४२ .४३ ४४ .४६ .४७ .४७ ४८ ४८ .४९ ..४९ .५० .५०
SR No.022196
Book TitleBhasha Rahasya
Original Sutra AuthorYashovijay Maharaj
Author
PublisherDivyadarshan Trust
Publication Year2003
Total Pages400
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size17 MB
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