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________________ अनक्रम विषय पृष्ठ २२५ २२६ २२८ २३१ २३२ २३५ २३६ २३८ २३९ २४० २४४ २४७ २४९ ९५ २५४ ९९ २५५ २५६ पृष्ठ विषय क्रोध पिण्ड की कथा मान पिण्ड की कथा माया पिण्ड की कथा लोभ पिण्ड की कथा गोचरी के दोषों की व्याख्या शय्या, वसति शुद्धि वसति शुद्धि वस्त्र शुद्धि, पात्र शुद्धि, असाधु का वर्णन शीलांग रथ का वर्णन आचार्य के छत्तीस गुण आर्यखपुटाचार्य की कथा सद्गुरु का वर्णन केशी गणधर प्रदेशी राजा की कथा सद्गुरु के लक्षण पाँच प्रकार के चारित्री १०६ बकुश-कुशील चारित्री १०९ चण्डरुद्राचार्य की कथा ११६ बकुश-कुशील चारित्री १२४ पासत्थादि पांच का वर्णन १२८ जीव तत्त्व जीव तत्त्व-अवगाहना १३६ जीव तत्त्व-कायस्थिति १३९ लेश्या द्वार-संयम द्वार १५२ योनि द्वार क्रम-प्राप्त योग द्वार १६७ विशुद्धि रूप गुणस्थान १७० गुणस्थान कालमान - गति द्वार १७४ गुणस्थान १७६ योग द्वार १७७ उपयोग द्वार अजीव तत्त्व सम्यक्त्व तामलि तापस की कथा २०३ सम्यक्त्व सम्प्रति राजा की कथा २१० भवदत्त की कथा २१७ राजा-अमात्य की कथा २१९ दुर्गन्धा की कथा २२० सुलसा की कथा २२१ जिनदास की कथा २२३ । सम्यक्त्व मंगल सम्यक्त्व के लाभ के प्रकार उदायन राजा की कथा सम्यक्त्व का स्वरूप देवाधिदेव का स्वरूप (देव तत्त्व) जिनभवन बनाने की विधि आज्ञा की आराधना पर दृष्टांत भरत चक्री की कथा नल दमयन्ती की कथा पूजा विधि संकास की कथा मेतार्य महर्षि कथा कालकाचार्य की कथा रौहिणेय की कथा सुदर्शन शेठ की कथा कपिल की कथा चण्डकौशिक की कथा शिवकुमार की कथा समृद्धिदत्त एवं श्रीपति की कथा सागरचंद्र की कथा अमरचंद्र की कथा कामदेव की कथा मूलदेव की कथा चंदनबाला की कथा नर्मदासुंदरी की कथा नंदिषेण की कथा इलाची पुत्र की कथा धर्मरत्न योग्य के २१ गुण का वर्णन कुमार्ग का वर्णन आर्यरक्षित आचार्य की कथा वज्र स्वामी की कथा आर्यरक्षिताचार्य की कथा कुमार्ग का वर्णन सुमार्ग का वर्णन नन्दीषेण की कथा आर्द्रककुमार की कथा शुद्ध प्ररूपक की व्याख्या शुद्ध श्रावक और सुपात्र-अपात्र दान की व्याख्या गुरुकुलवास का महत्व साधुतत्त्व गोचरी के दोषों की व्याख्या २५८ २६० २६२ २६८ १३० २७१ २७२ २७३ २७४ १५८ २७५ २७६ २७९ २८० २८१ २८२ १८० १९४ २०२ २८३ २८५ २८८ واهم ३११ ३१४ ३१६ ३१८
SR No.022169
Book TitleSamyaktva Prakaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJayanandvijay, Premlata N Surana
PublisherGuru Ramchandra Prakashan Samiti
Publication Year
Total Pages382
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size13 MB
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