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________________ . . . . ७ (४) ॥ विषयानुक्रमणिका ॥ प्रश्न. विषय. पृष्ठ. ३२ जीव द्रव्य भाव निर्जरा श्याथी करै ? ,, ३३ इच्छा मूर्छाई जीव श्युं पुष्ट करै ? , ३४ गुण पर्याय ना घातक कोण छे ? २३ ३५ शरीर परिणाम तथा श्रद्धान नी गति. ३६ द्रव्य, गुण, पर्याय श्या थी समरै? २४ ३७ जीव ना द्रव्य, गुण, पर्याय समरै ते किम् ? , ३८ जन्म, जरा, मरण - दुःख किम टलै ? २५ ३६ योगै बांधै छै कर्म, तथा सत्ताये पिण कर्म , - छै ते शी रीते छूटै? ४० मिथ्यात्व अवृति ना बांध्या जे कर्म ते किम मिटै ? ४१ निश्चय व्यवहार नय श्यो गुण करै? ४२ निश्चय व्यवहार सम्यक शी रीते छै ? २७ ४३ नव तत्व, षट द्रव्य तथा देव,गुरु,धर्म नी शक्ति श्रद्धान. ४४ धर्म, कर्म, पुण्य, पाप श्या थी होय?
SR No.022052
Book TitleRatnasar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTarachand Nihalchand Shravak
PublisherTarachand Nihalchand Shravak
Publication Year1899
Total Pages332
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Gujarati & Book_Devnagari
File Size14 MB
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