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________________ ७६ विकल्पना नष्टनी बीजी रीत. पताका विना पण उलटणीथी विकल्पना नष्ट आ प्रमाणे नीकले छे. जे संयोगीमांथी विकल्प काढवानो होय ते संयोगीनो पहेलो विकल्प एक कोष्टकमां लखवो, अने तेनी महामे एकडो लखवो. तेथी थोडे छेटे स्हामे गुणकनी निशानी गु० अने तेनी स्हामे भाजकनी निशानी भा० अने तेनी नजीक एकडो लखवो. आ प्रमाणे पहेला विकल्पनी पंक्ति पूरी थई. त्यार पछी बीजी पंक्तिमा पहेला विकल्पना अन्त्य अंकमांथी एक बाद करी, आदि अंकमां एक उमेरी जे रूप बने ते लखq. एम छेल्लो एकडो आवे त्यां सुधी अन्त्य अंकमां एक घटाडतां अने आदिमां एक वधारतां जे रूप बने ते नीचे लखता ज. पछी पहेला विकल्पना म्होटा अंकनी पूर्वे जेटला एकडा होय ते अंक बीजी पंक्तिना बीजा कोठामा लखवू. तेमां एक उमेरी तेनी स्हामे गुणक कोठामां लखवू. भाजक कोठामां बेनो अंक लखवो, पछी बीजा कोठाना अंकने गुणकथी गुणी, भाजकथी भागतां जे आवे ते त्रीजी पंक्तिना बीजा कोठामा लखवु. पछी गुणकनी पंक्तिमां अने भाजकनी पंक्तिमा एकेक वधारीने नीचेना कोठा भरवा. गुणाकार भागाकार करतां लब्धांक आवे तेथी दरेक पंक्तिना बीजा नंबरना कोठा भरवा. पहली अने बीजी पंक्तिना बीजा कोठानो सरवाळो वीजी पंक्तिना छेल्ला कोठामां लखवो. ते अंकमां त्रीजी पंक्तिना बीजा कोठानो अंक मेळवी तेनी नीचेना छेल्ला कोठामां लखवो. एम ते ते पंक्तिना बीजा कोठानो अंक उपर उपरना छेल्ला कोठामा मेळवी नीचे नीचेना छेल्ला कोठा भरवा.
SR No.022015
Book TitlePrastar Ratnavali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatnachandra Swami
PublisherAgarchand Bhairodan Sethiya Jain Granthalay
Publication Year1925
Total Pages282
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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